भ्रष्टाचार के आरोपों ने बिहार में बीजेपी को बैकफुट पर ला खड़ा किया है। लालू-राबड़ी-तेजस्वी परिवार पर भ्रष्टाचार के लगे आरोपों को मुद्दा बनाती रही बीजेपी की जुबान इन दिनों बंद है। प्रशांत किशोर ने प्रेस कॉन्फ्रेन्स कर डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल के खिलाफ तथ्यों के साथ भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर सियासी जगत में सनसनी फैला दी है। मगर, सबसे ज्यादा बेचैनी बीजेपी के भीतर है। यहां अटल-आडवाणी युग से जुड़े बीजेपी और संघ के ईमानदार नेता सकदम हैं। वे इस स्थिति को न सहन कर पा रहे हैं और न ही इस पर कुछ बोल पा रहे हैं। एक घुटन जैसी स्थिति है।
भ्रष्टाचार के आरोपों से बीजेपी में बेचैनी, क्या करें ईमानदार?
- बिहार
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- 5 Oct, 2025

बिहार में भ्रष्टाचार के बढ़ते आरोपों ने बीजेपी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। पार्टी के भीतर ईमानदार नेताओं पर दबाव है कि वे इस संकट से कैसे निपटें।
अंदरखाने की बेचैनी
न केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह बेचैन हैं बल्कि बिहार के स्थानीय नेताओं में भी हड़कंप है। हाल में मोदी-शाह के भाषणों में भ्रष्टाचार का जिक्र तक नहीं दिखा है। वहीं बीजेपी और संघ से जुड़े नेता-कार्यकर्ता घुटन महसूस कर रहे हैं। बीजेपी के एक कद्दावर नेता ने नाम उद्धृत न करने की शर्त पर कहा कि इच्छा तो होती है कि टीवी चैनल पर ही कह डालूं कि अटल-आडवाणी के युग में भ्रष्टाचार के आरोप लगते ही इस्तीफे हो जाया करते थे तो आज ऐसा क्यों नहीं हो रहा है? मगर, क्या करें, बेबस हैं।