loader

मेरा कोई मॉल गुड़गांव में नहींः तेजस्वी यादव

सीबीआई ने बुधवार 24 अगस्त को पटना के अलावा गुड़गांव और दिल्ली में कई जगह आरजेडी नेताओं के यहां छापे मारे। गुड़गांव में एक अभी बन रहे मॉल पर छापा मारा गया। मीडिया ने सीबीआई सूत्रों के हवाले से खबरें चला दीं कि यह बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का म़ॉल है या इसके तार उनसे जुड़े हुए हैं। लेकिन तेजस्वी यादव ने इसका जवाब बिहार विधानसभा में देते हुए सभी आरोपों को गलत बताया। उन्होंने कहा कि इस मॉल का निर्माण कार्य की शुरुआत बीजेपी नेता की मौजूदगी में हुई थी।
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि बीजेपी डरी हुई है क्योंकि उसे पता है कि बिहार से 2024 के संसदीय चुनावों में विपक्षी एकता उसका सफाया कर देगी।

ताजा ख़बरें
तेजस्वी ने कहा कि मुझे हैरानी हुई कि कुछ मीडिया रिपोर्टों में बताया गया कि जिस मॉल में सीबीआई ने आज बुधवार 24 अगस्त को गुरुग्राम (गुड़गांव) में छापा मारा है, वह मेरा है। मैंने कंपनी के कागजात प्राप्त किए और पाया कि कंपनी हरियाणा में स्थित है। इससे भी दिलचस्प बात यह है कि मॉल का एक बीजेपी नेता की उपस्थिति में निर्माण शुरू किया गया था। 
आरजेडी-जेडीयू के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार के विश्वास मत के पक्ष में बोलते हुए, तेजस्वी ने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को परेशान करने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों का उपयोग करने के लिए मोदी सरकार पर निशाना साधा। 

जब बीजेपी बिहार में डरती है या हारती है, तो वह अपने तीन 'जमाई' - सीबीआई, ईडी और आईटी को आगे रखती है। जब मैं विदेश जाता हूं, तो बीजेपी मेरे खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करती है और जब नीरव मोदी जैसे धोखेबाज भाग जाते हैं। वे कुछ नहीं करते हैं।


-तेजस्वी यादव, डिप्टी सीएम, बिहार विधानसभा में बुधवार 24 अगस्त को

उन्होंने कहा कि नई टीम क्रिकेटरों के एक समूह की तरह है और इस जोड़ी (आरजेडी और जेडीयू) की “कभी न खत्म होने वाली साझेदारी” होने वाली है। यह सबसे लंबी पारी होने जा रही है, यह साझेदारी बिहार और देश के विकास के लिए काम करेगी। इस बार कोई रन आउट नहीं हो रहा है।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

बिहार से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें