बिहार की राजधानी पटना के अति संवेदनशील हाई सिक्योरिटी ज़ोन में गुरुवार को फ़ायरिंग की घटना हो गई। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि 'आज मेरे आवास के बाहर गोली चलाई या चलवाई गयी है'। इसके साथ ही उन्होंने मौजूदा एनडीए शासन को जंगलराज क़रार दिया है। 

तेजस्वी ने कहा, 'एनडीए के राक्षस राज में सत्ता संरक्षित अपराधियों का मनोबल इतना बढ़ा हुआ है कि अपराधी हाई सिक्योरिटी ज़ोन में कुछ ही दूरी पर जहाँ राज्यपाल आवास राजभवन, मुख्यमंत्री आवास, नेता प्रतिपक्ष आवास, न्यायाधीश आवास और एयरपोर्ट है वहाँ ख़ूँख़ार अपराधी खुलेआम फ़ायरिंग करते घूम रहे हैं।' उन्होंने आगे तंज कसते हुए कहा, 'ख़बरदार! कोई इसे जंगलराज कहेगा तो? वैसे भी कल प्रधानमंत्री बिहार आ रहे हैं इसलिए गोदी मीडिया को सकारात्मक छवि बनाए रखनी है।'
तेजस्वी यादव ने एनडीए सरकार पर यह हमला तब किया जब गुरुवार सुबह पटना के 1, पोलो रोड स्थित तेजस्वी यादव के आधिकारिक आवास के बाहर कई राउंड गोलियाँ चलाई गईं। यह क्षेत्र बिहार का सबसे सुरक्षित इलाक़ा माना जाता है। पुलिस के अनुसार, सुबह क़रीब 10 बजे के आसपास यह घटना हुई और मौक़े पर पहुँची पुलिस ने जाँच शुरू कर दी है। अभी तक कोई गिरफ़्तारी नहीं हुई है और गोलीबारी के पीछे के मक़सद का पता नहीं चल सका है। पुलिस ने शुरुआती रिपोर्ट में कहा है कि यह लूट की कोशिश लगती है।

तेजस्वी ने अपने बयान में बिहार में क़ानून-व्यवस्था की स्थिति को पूरी तरह ध्वस्त बताया और एनडीए सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अपराधी इतने बेखौफ हो गए हैं कि वे राजधानी के सबसे सुरक्षित क्षेत्र में भी फ़ायरिंग करने से नहीं डरते। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सत्ताधारी दल अपराधियों को संरक्षण दे रहा है, जिसके कारण बिहार में अपराध का ग्राफ़ लगातार बढ़ रहा है।
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि यह पहली बार नहीं है जब उनकी सुरक्षा को निशाना बनाया गया है। कुछ दिन पहले उनके काफिले में एक ट्रक ने टक्कर मारने की कोशिश की थी, जिसे उन्होंने साज़िश बताया था। तेजस्वी ने सवाल उठाया, 'जब नेता प्रतिपक्ष तक सुरक्षित नहीं हैं, तो आम जनता की सुरक्षा की क्या गारंटी है?'

पटना पुलिस ने इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि वे सीसीटीवी फुटेज और प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों की जाँच कर रहे हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि प्रारंभिक जाँच में यह सामने आया है कि गोलीबारी में कम से कम 4-5 राउंड फ़ायर किए गए, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ। पुलिस ने यह भी कहा कि वे इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं और जल्द ही दोषियों को पकड़ लिया जाएगा।

बिहार सरकार की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। मीडिया रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस घटना की जानकारी दी गई है और वे जल्द ही उच्च स्तरीय बैठक बुला सकते हैं।

इस घटना ने बिहार की राजनीति में तूफ़ान ला दिया है। आरजेडी और अन्य विपक्षी दलों ने इसे बिहार में ‘जंगलराज’ क़रार दिया है। आरजेडी की वरिष्ठ नेता रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'सुरक्षा के दृष्टिकोण से राजधानी पटना के सबसे संवेदनशील व अहम इलाक़े में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के आधिकारिक आवास के बाहर गोली चलने की घटना से ही बिहार की बदहाल बनायी जा चुकी क़ानून-व्यवस्था की स्थिति उजागर होती है। बिहार में अपराधियों का तांडव शासन के सिर पर चढ़ कर बोल रहा है।'

उन्होंने आगे कहा, 'कुछ दिनों पहले ही सड़क यात्रा के दौरान तेजस्वी यादव के काफिले की सुरक्षा में चूक व प्रशासनिक लापरवाही की वज़ह से एक ट्रक के घुसने की चिंताजनक घटना और आज की इस घटना से तेजस्वी यादव की सुरक्षा में सरकार के द्वारा बरती जा रही लापरवाही व उदासीनता से सरकार की मंशा पर शक होता है!'
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने भी इस घटना की निंदा की और केंद्र व राज्य सरकार से जवाब मांगा। कांग्रेस नेता शक्ति सिंह यादव ने कहा, 'यह लोकतंत्र पर सीधा हमला है। अगर हाई सिक्योरिटी जोन में गोलीबारी हो सकती है, तो बिहार में कोई भी सुरक्षित नहीं है।'

सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कई यूज़रों ने इसे बिहार में बिगड़ती क़ानून-व्यवस्था का सबूत बताया, जबकि कुछ ने इसे सियासी साज़िश का हिस्सा क़रार दिया। एक यूज़र ने लिखा, 'तेजस्वी यादव के आवास पर गोली चलाना लोकतंत्र पर सीधा हमला है। जब राजधानी के हाई-सिक्योरिटी ज़ोन में यह हाल है तो आम जनता की सुरक्षा की कल्पना भी नहीं की जा सकती।'

प्रधानमंत्री का बिहार दौरा

तेजस्वी के बयान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे का ज़िक्र भी अहम है। 20 जून को पीएम मोदी पटना में एक रैली को संबोधित करने वाले हैं और इस दौरान कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन भी करेंगे। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि इस दौरे से पहले सरकार और मीडिया बिहार की सकारात्मक छवि बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसके चलते इस घटना को कमतर दिखाया जा सकता है।

पुलिस ने इस मामले में जाँच तेज कर दी है और जल्द ही कुछ सुराग मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। इस बीच, तेजस्वी यादव ने केंद्र और राज्य सरकार से इस घटना के लिए ज़िम्मेदारी तय करने की मांग की है। उन्होंने यह भी कहा कि वे इस मामले को विधानसभा में उठाएँगे और बिहार की जनता को सच से अवगत कराएँगे।