केजरीवाल ने भाजपा पर भगत सिंह और बी.आर. आंबेडकर की विरासत को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि दिल्ली में सत्ता में आने के 48 घंटे के भीतर भाजपा ने सरकारी कार्यालयों से इन दोनों महान व्यक्तियों की तस्वीरें हटा दीं। उन्होंने कहा, “जब हमने सरकारी कार्यालयों में उनकी तस्वीरें लगाई थीं, तो कांग्रेस को आपत्ति थी कि महात्मा गांधी की तस्वीरें क्यों नहीं हैं। लेकिन जब भाजपा ने भगत सिंह की तस्वीरें हटाईं, तो उन्हें कोई दिक्कत नहीं हुई।” उन्होंने सवाल उठाया, “क्या देश के लिए भगत सिंह से ज्यादा बलिदान देने वाला कोई और है?”
कार्यक्रम की शुरुआत पार्टी मुख्यालय के बाहर कार्यकर्ताओं के जुटने के साथ हुई। देशभक्ति गीतों पर नृत्य के साथ उत्सव का माहौल रहा। पार्टी ने सभी विधायकों, पार्षदों और फ्रंटल संगठनों के नेताओं को भारी संख्या में शामिल होने का आह्वान किया था।