loader
केजरीवाल के घर के बाहर धरने पर बैठे भाजपा नेता। पूर्व सीएम डॉ हर्षवर्धन भी दिखाई दे रहे हैं।

केजरीवाल पर करप्शन का आरोप, घर के बाहर बीजेपी का प्रदर्शन

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं का धरना शुरू हो चुका है। बीजेपी का आरोप है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल के सरकारी आवास के नवीनीकरण पर कथित रूप से 45 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। बीजेपी ने सरकारी आवास को राजमहल नाम दिया है। धरने का आह्वान प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने किया है।

दिल्ली में आम आदमी पार्टी दो तरफा लड़ाई के बीच में फंसी हुई है। एक लड़ाई एलजी बनाम केजरीवाल सरकार है तो दूसरी लड़ाई भाजपा बनाम आप है। भ्रष्टाचार के तमाम आरोपों में दिल्ली सरकार के खिलाफ कई केंद्रीय एजेंसियों की जांच चल रही है। केजरीवाल के दो विश्वस्त मंत्री रहे मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन इस समय जेल में हैं। दोनों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं।

ताजा ख़बरें

केजरीवाल क्यों टारगेट पर

मंत्रियों पर करप्शन के आरोपों के जरिए बीजेपी और एलजी के निशाने पर केजरीवाल ही रहे हैं। लेकिन एलजी और बीजेपी ने अब केजरीवाल को सीधे टारगेट किया है। यह मामला उनके सरकारी आवास के रिनोवेशन पर किया गया खर्च है। दिल्ली बीजेपी ने आरोप लगाया है कि 'जिस केजरीवाल ने कहा था कि हम गाड़ी-बंगला नहीं लेंगे, उसी ने बंगले की मरम्मत पर 45 करोड़ रुपये ख़र्च कर दिए। केजरीवाल ने एक-एक पर्दे पर आठ-आठ लाख रुपये ख़र्च किए हैं।

BJP protest outside cm kejriwal house on corruption charges - Satya Hindi

हालांकि बीजेपी ने 45 करोड़ की करप्शन का आरोप अपनी जांच के आधार पर नहीं लगाया है। बीजेपी ने बीजेपी ने ये आरोप टाइम्स नाउ नवभारत की एक रिपोर्ट के हवाले से लगाए हैं। इस रिपोर्ट का नाम 'ऑपरेशन शीशमहल' दिया गया था। टाइम्स नाउ नवभारत की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सीएम आवास में 23 पर्दे लगाने के ऑर्डर दिए गए, जिसमें शुरुआत में 8 पर्दे लगे जिसकी क़ीमत 45 लाख रुपये है। इसमें आगे कहा गया है कि दूसरे फेज में 51 लाख की क़ीमत के 15 पर्दे लगाए जाने हैं। घर में सरकारी खर्च से 1 करोड़ रुपये से अधिक के विदेशी मार्बल लगाने का आरोप भी है। ये सारा खर्च तब करने का आरोप है, जब दिल्ली सहित पूरा भारत कोरोना से जूझ रहा था। अस्पतालों में बेड नहीं थे। बिना इलाज लोगों की मौतें हो रही थीं।

 आरोप लगाया गया है कि सुपीरियर क्लास के डियोर पर्ल मार्बल की कीमत एक करोड़ 15 लाख रुपए है, जिसकी फिटिंग भी अलग तरीके से कराई जाती है। यही मार्बल केजरीवाल के सरकारी आवास में लगा है। उस रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि केजरीवाल के सरकारी आवास के इंटिरियर डेकोरेशन पर 11.30 करोड़ रुपये, सुपीरियर इंटिरियर कंसल्टेंसी के लिए 1 करोड़ रुपये ख़र्च किए गए। इन खुलासों के बाद बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा- केजरीवाल कट्टर ईमानदार नहीं, कट्टर बेईमान हैं।

BJP protest outside cm kejriwal house on corruption charges - Satya Hindi
एलजी वीके सक्सेना

एलजी ने कागजात कब्जे में लेने को कहा

 

इस मीडिया रिपोर्ट के आते ही बीजेपी और एलजी ने हमला तेज कर दिया। एलजी ने दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी को निर्देश दिया कि वो केजरीवाल के सरकारी आवास की मरम्मत से संबंधित सारे दस्तावेज अपने कब्जे में ले लें।

दिल्‍ली के उप-राज्यपाल सचिवालय ने मुख्य सचिव नरेश कुमार को लिखे एक लिखित पत्र में उन्हें सरकारी रिकॉर्ड को जांच शुरू करने को भी कहा। मुख्य सचिव को लिखे पत्र में कहा गया है, 'उपराज्यपाल ने मीडिया रिपोर्टों पर ध्यान देते हुए और मुद्दे की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए इच्छा जताई है कि इस मामले से जुड़े सभी संबंधित रिकॉर्ड तुरंत सुरक्षित किए जाएं तथा उन्हें क़ब्ज़े में लिया जाये।  इन रिकॉर्डों की जांच के बाद, मुख्य सचिव को 15 दिनों के भीतर मामले पर एक तथ्यात्मक रिपोर्ट प्रस्तुत करने की आवश्यकता होगी। 

आप का जवाब

आम आदमी पार्टी के नेताओं ने केजरीवाल पर लगे सीधे आरोपों का तरह तरह से जवाब देने की कोशिश की। पार्टी की ओर से कहा गया कि देश के सामने मौजूद गंभीर मुद्दों' पर चर्चा से बचने के लिए दस्तावेजों के कथित तौर पर लीक होने के पीछे भाजपा का हाथ है। फिर आप सांसद संजय सिंह मैदान में उतरे। पिछले बुधवार को उन्होंने कहा था कि बीजेपी पुलवामा जैसे मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए सीएम केजरीवाल के घर पर चर्चा कराई जा रही है। दिल्ली के सीएम का आधिकारिक आवास 80 साल पुराना था। सीएम के माता पिता जहां रहते थे केजरीवाल भी वहीं रहते थे, वहां की छत गिर गई, सीएम जिस हॉल में लोगों से मिलते थे उसकी भी छत गिर गई थी। पीडब्ल्यूडी ने भी अपनी रिपोर्ट में नया घर बनाने की सिफारिश की थी।

BJP protest outside cm kejriwal house on corruption charges - Satya Hindi

संजय सिंह ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जो खुद को फकीर कहते हैं उनके लिए 500 करोड़ रुपये में नया घर बन रहा है। पीएम अभी जहां रह रहे हैं, उस घर को ठीक करने में भी 90 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। प्रधानमंत्री एक लाख 60 हजार का चश्मा इस्तेमाल करते हैं।  उनके काफिले में जो कार चलती है वो है 12 करोड़ की है।

दिल्ली से और खबरें

उन्होंने कहा कि बीजेपी नेता कोरोना का जिक्र कर रहे थे, वे भूल गए कि जब श्मशान में लाशें बिछी हुई थीं, तब प्रधानमंत्री पश्चिम बंगाल के चुनाव में व्यस्त थे। उस समय ही 12 करोड़ की गाड़ियां ख़रीदी गईं। महामारी के दौरान ही 84 करोड़ का हवाई जहाज खरीदा गया। दिल्ली के एलजी के घर की मरम्मत में 15 करोड़ रुपये खर्च हुआ। पीएम के घर की मरम्मत में 90 करोड़ खर्च हुआ।  

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

दिल्ली से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें