तिहाड़ जेल से रिहा होने के अगले ही दिन शुक्रवार को भीम आर्मी चंद्रशेखर आज़ाद दिल्ली के जामा मसजिद के बाहर पहुँच गए। वह वहाँ विवादास्पद नागरिकता क़ानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शन में शामिल हुए। उनके साथ सैकड़ों समर्थक थे। गुरुवार को ही दिल्ली की एक अदालत ने उनको इस शर्त पर ज़मानत दी है कि वह चार हफ़्ते तक दिल्ली में नहीं रहेंगे। कोर्ट ने यह भी कहा कि चंद्रशेखर एक महीने तक कोई धरना-प्रदर्शन नहीं कर सकते हैं। अदालत ने दिल्ली में विधानसभा चुनाव को देखते हुए सुरक्षा के बारे में चिंता जताई थी।
ज़मानत पर छूटे चंद्रशेखर आज़ाद पहुँचे जामा मसजिद के बाहर प्रदर्शन में
- दिल्ली
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- 17 Jan, 2020
तिहाड़ जेल से रिहा होने के अगले ही दिन शुक्रवार को भीम आर्मी चंद्रशेखर आज़ाद दिल्ली के जामा मसजिद के बाहर पहुँच गए। वह वहाँ विवादास्पद नागरिकता क़ानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शन में शामिल हुए।

लेकिन शुक्रवार को चंद्रशेखर आज़ाद न केवल दिल्ली के जामा मसजिद में पहुँचे, बल्कि उन्होंने बड़ी संख्या में मौजूद अपने समर्थकों को संबोधित भी किया। उन्होंने इस क़ानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शन जारी रखने की बात कही। उन्होंने संविधान की प्रस्तावना को पढ़ा और नागरिकता क़ानून को 'काला क़ानून' क़रार देते हुए इसको रद्द करने की माँग की।