दंगे के आरोपी की तरफ़ से केस लड़ रहे प्रसिद्ध वकील महमूद प्राचा के ख़िलाफ़ एफ़आईआर के बाद से दंगा आरोपियों की ओर से केस लड़ रहे वकीलों का एक समूह चिंतित है। दरअसल, ऐसा होने के पीछे बड़ी वजह भी है।
महमूद प्राचा के ख़िलाफ़ एफ़आईआर के बाद दंगा आरोपियों के वकील चिंतित क्यों?
- दिल्ली
- |
- 8 Sep, 2020
दंगों के मामले में दंगा आरोपियों की पैरवी करने वाले वकील चिंतित हैं कि कहीं उन्हें न दिक्कत हो जाए। महमूद प्राचा के ख़िलाफ़ एफ़आईआर के बाद से वे आशंकित हैं।

फ़ाइल फ़ोटो।
यदि किसी मामले में फँसे आरोपियों की पैरवी करने वाले वकीलों के ख़िलाफ़ ही केस दर्ज कर दिया जाए तो क्या वकील वैसे आरोपियों की पैरवी करने से हतोत्साहित नहीं होंगे? और यदि किसी आरोपी की तरफ़ से कोर्ट में पैरवी करने वाले वकील ही नहीं होंगे तो क्या यह न्याय के मूलभूत सिद्धाँतों के ख़िलाफ़ नहीं होगा? न्याय का मूलभूत सिद्धाँत कहता है कि आरोपी को बिना किसी डर के अपना पक्ष रखने की पूरी छूट होनी चाहिए।