दिल्ली में फरवरी में हुए दंगों को लेकर दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग की ओर से बनाए गए पांच सदस्यों वाले पैनल ने कहा है कि दंगों के दौरान पुलिस पूरी तरह निष्क्रिय थी और उसकी जांच पक्षपातपूर्ण थी। पैनल ने दिल्ली सरकार को सौंपी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि दंगों के चार महीने बाद भी दंगा पीड़ितों का सही ढंग से पुनर्वास नहीं हो सका है। पैनल ने यह भी कहा है कि दंगों में पुलिस की सहभागिता थी।