"भगवान कृष्ण ने वृंदावन और मथुरा में रास रचाया और प्रेम करना सिखाया। वहां से सुदूर द्वारका पहुंचे तो राजकाज करना सिखाया। लेकिन जब कुरुक्षेत्र पहुंचे तो लट्ठ बजाना सिखाया"। ये संवाद है कुरुक्षेत्र में कृष्ण के गीता के उपदेश पर आधारित एक बेज़ोर प्रस्तुति का।