loader

राजकीय सम्मान के साथ मनोहर पर्रीकर की अंत्येष्टि, प्रमोद सावंत अगले मुख्यमंत्री 

गोवा के मुख्यमंत्री और देश के पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ कर दिया गया।इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण समेत कई केंद्रीय मंत्री मौजूद थे। विपक्ष के कई नेता भी वहां थे। आम जनता में बेहद लोकप्रिय पर्रीकर को अंतिम विदाई देने के लिए हज़ारों लोगों की भीड़ उमड़ी। दूसरी ओर, अगले मुख्यमंत्री के रूप में गोवा के मौजूदा विधानसभा अध्यक्ष प्रमोद सावंत के नाम पर अंतिम मुहर लग गई है। रात नौ बजे वह पद और गोपनीयता की शपक्ष लेंगे। उनके साथ दो उप-मुख्यमंत्री भी होंगे।

प्रमोद सावंत के बारे में कहा जाता है कि वह पार्टी के निष्ठावान और समर्पित काडर हैं। इसके अलावा वह दिवंगत मुख्यमंत्री पर्रीकर के भी नज़दीक थे। इसके पहले राज्य के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे के नाम पर भी विचार किया गया था। उन्हें बीजेपी के सहयोगी दल गोवा फ़ॉरवर्ड पार्टी और कुछ निर्दलीय विधायकों का समर्थन हासिल था। 
Goa CM Manohar Parrikar cremated with state honour - Satya Hindi
प्रमोद सावंत (फ़ाइल फ़ोटो)
रविवार रात पर्रीकर के निधन के तुरन्त बाद उनका उत्तराधिकारी चुनने के लिए वरिष्ठ नेता नितिन गडकरी को गोवा भेजा गया। वह देर रात तक पार्टी के विधायकों के साथ विचार विमर्श करते रहे। लेकिन कोई फ़ैसला नहीं हो पाया था। आज दिन भर इस पर बातचीत होती रही। 

नाटकीय मोड़

इस घटनाक्रम में नाटकीय मोड़ आया जब कांग्रेस ने सबसे बड़े दल होने का दावा करते हुए सरकार बनाने का दावा पेश करना चाहा। राज्यपाल मृदुला सिन्हा ने कांग्रेसी नेताओं से मिलने से इनकार कर दिया। पर बाद में वह उनसे मिलीं। 
पैनक्रियाटिक कैंसर से जूझ रहे 63 वर्षीय पर्रिकर का निधन रविवार को पणजी के नज़दीक उनके निजी आवास पर हो गया।

पिछले कुछ दिनों से पर्रिकर की तबीयत ज़्यादा ख़राब रहने लगी थी। इसके बाद उन्हें गोवा के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। पर्रिकर के निधन पर देश में चारों ओर गम का माहौल है। राजनीति, सिनेमा, खेल और कला जगत से जुड़ी हस्तियों ने पर्रिकर के निधन पर गहरा दुख जताया है। पर्रिकर सियासत में सादगी की जीती-जागती मिसाल थे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट कर पर्रिकर को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा है कि गोवा और देश के लिए उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, सांसद किरण खेर, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पर्रिकर के निधन पर शोक जताया है। 

'आधुनिक गोवा के निर्माता'

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा कि मनोहर पर्रिकर आधुनिक गोवा के निर्माता थे। अपने सरल स्वभाव की वजह से वह वर्षों तक राज्य के पसंदीदा नेता बने रहे। 
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर कहा, 'वह मेरे लिए भाई की तरह थे इसलिए उनका निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है।' रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने दुख जताते हुए कहा, ‘मैंने पर्रिकर से बहुत कुछ सीखा है। रक्षा मंत्री के रूप में सशस्त्र बलों को आधुनिक बनाने में उनका योगदान अद्वितीय रहेगा। वह बहुत गंभीर और ईमानदार राजनेता थे।' बसपा सुप्रीमो मायावती, मशहूर गायिका लता मंगेशकर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी मनोहर पर्रिकर के निधन पर दुख जताया है। 

कैंसर से जूझने के बाद भी पर्रिकर मुख्यमंत्री के तौर पर अपनी ज़िम्मेदारियाँ निभा रहे थे। नाक में ड्रिप लगाए उनकी कई तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं। हाल ही में गोवा का बजट पेश करने से पहले पर्रिकर ने कहा था, ‘मैं जोश और पूरी तरह होश में हूँ।' गोवा में बीजेपी को सत्ता तक पहुँचाने में पर्रिकर का बड़ा योगदान रहा है। 

Goa CM Manohar Parrikar cremated with state honour - Satya Hindi

13 दिसंबर 1955 को जन्मे पर्रिकर ने 1978 में आईआईटी बॉम्बे से मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया था। पर्रिकर पहली बार 1994 में पणजी विधानसभा सीट से निर्वाचित हुए थे। इसके बाद वह चार बार इस सीट से जीते। पर्रिकर का राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से भी जुड़ाव रहा था। 2000 में वह पहली बार गोवा के मुख्यमंत्री बने। 

Goa CM Manohar Parrikar cremated with state honour - Satya Hindi
पर्रिकर की छवि आम आदमी के सीएम के रूप में थी। स्कूटी से मुख्यमंत्री दफ़्तर जाते हुए उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया में काफ़ी वायरल हुई थीं। 
पर्रिकर के निधन के बाद गोवा की बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार का नया मुख्यमंत्री कौन होगा, इसकी तलाश तेज़ हो गई है क्योंकि कांग्रेस ने राज्यपाल को पत्र लिखकर सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है। सियासी हालात का जायजा लेने के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी रविवार रात को ही गोवा पहुँच गए और पार्टी नेताओं के साथ बैठक की। 
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

गोवा से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें