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विधानसभा चुनाव में हार के बाद गोवा कांग्रेस अध्यक्ष का इस्तीफा

गोवा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के ख़राब प्रदर्शन के लिए ज़िम्मेदारी लेते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश चोडनकर ने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इस्तीफा कांग्रेस हेडक्वार्टर को भेज दिया है।

हाल ही में 40 सदस्यीय गोवा विधानसभा के लिए हुए चुनावों के दौरान चोडनकर कांग्रेस के प्रमुख थे। चुनाव से पहले ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि राज्य में इस बार कांग्रेस का अच्छा प्रदर्शन रह सकता है। चुनावी सर्वे में भी राज्य में टक्कर बताई जा रही थी और कांग्रेस को कुछ बढ़त मिलने के आसार थे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कांग्रेस के ख़िलाफ़ बीजेपी ने बाजी मार ली।

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ताजा चुनाव में कांग्रेस 11 सीटें जीतने में सफल रही है और उसकी सहयोगी गोवा फॉरवर्ड पार्टी ने एक सीट हासिल की, जबकि बीजेपी 20 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। 40 सीटों वाली गोवा विधानसभा में सरकार बनाने के लिए 21 सीटें चाहिए होती हैं।

बता दें कि 2017 के गोवा विधानसभा चुनावों में कांग्रेस 17 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी, लेकिन वह सरकार बनाने में विफल रही थी। तब 13 सीटें जीतने वाली बीजेपी कुछ क्षेत्रीय दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों के समर्थन से सत्ता में आई थी।

पिछले गुरुवार को चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद चोडनकर ने अपनी पार्टी के ख़राब प्रदर्शन के लिए नैतिक ज़िम्मेदारी स्वीकार करते हुए पद छोड़ने की पेशकश की थी।

लेकिन अब उन्होंने इस्तीफ़ा दे दिया है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के गोवा के प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने मंगलवार को पीटीआई को बताया कि चोडनकर ने अपना इस्तीफा एआईसीसी को भेज दिया है।

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इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस के सूत्रों ने कहा कि चोडनकर का इस्तीफा स्वीकार कर लिया जाएगा और उनकी जगह एक नया चेहरा लिया जाएगा। उन्होंने कहा, 'संकल्प अमोनकर, अलेक्सो सिकेरा और एल्विस गोम्स जैसे नेता इस पद की दौड़ में सबसे आगे हैं।'

अमोनकर और सिकेरा ने हालिया विधानसभा चुनाव जीता है, जबकि पूर्व नौकरशाह गोम्स पणजी विधानसभा सीट से चुनाव हार गए। सूत्रों ने इस संभावना से भी इंकार नहीं किया है कि राज्य में पार्टी के शीर्ष पद के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिगंबर कामत पर विचार किया जा सकता है।

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क़मर वहीद नक़वी
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