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आदिवासी कांग्रेस विधायक कांति खराड़ी।

गुजरातः कांग्रेस प्रत्याशियों पर हमले, चुप क्यों है चुनाव आयोग

गुजरात में कांग्रेस प्रत्याशियों पर हो रहे हमलों के मामले में चुनाव आयोग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किए जाने पर उसकी भूमिका विवादास्पद हो गई है। गुजरात में रविवार आधी रात को कांग्रेस के आदिवासी प्रत्याशी का अपहरण कर लिया गया। आरोप बीजेपी पर लगा। कलोल में मतदाताओं को डराने के आरोप सामने आए हैं। गुजरात में अभी तक इस तरह की घटनाएं नहीं होती थीं लेकिन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश ठाकोर का कहना है कि सामने हार देखकर बीजेपी बौखला गई है।  

चुनाव आयोग को बेशक प्रधानमंत्री ने आज सोमवार को वोट डालने के बाद बधाई दे दी है लेकिन पीएम मोदी की बधाई मात्र से ही चुनाव आयोग को क्लीन चिट नहीं मिल जाती। उसके कांग्रेस के गंभीर आरोपों का जवाब देना चाहिए, जो उसने इस खबर के लिखे जाने तक नहीं दिया है। इस सारे मामले में यह और भी गंभीर बात है कि गांधी नगर में आधी रात को चुनाव आयोग को ज्ञापन दिया गया, इसके बावजूद उसने तमाम घटनाओं का संज्ञान नहीं  लिया।

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कांग्रेस विधायक कांति खराड़ी गुजरात के बनासकांठा में दांता से फिर प्रत्याशी हैं। उन्होंने आज सोमवार 5 दिसंबर को आरोप लगाया कि बीजेपी प्रत्याशी के नेतृत्व में भीड़ ने तलवारों से उन पर हमला किया, इसके बाद उन्हें जंगल में रात बिताई। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार देर रात 12.02 मिनट पर इस घटना के बारे में ट्वीट करके इसकी निन्दा की। लेकिन बीजेपी ने अभी तक इस आरोप का जवाब नहीं दिया है। चुनाव आयोग ने भी मौन साध रखा है। 
आदिवासी विधायक कांति खराड़ी ने दांता से बीजेपी प्रत्याशी लाधू पारघी के खिलाफ इस मामले में एफआईआर दर्ज कराई है। उनका दावा है कि कथित हमले के बाद वह वहां से भाग गए और घंटों जंगल में छिपे रहे। उन्होंने यह भी कहा कि वो इलाज के लिए अस्पताल भी गए।
उन्होंने एनडीटीवी को बताया कि मुझ पर बीजेपी प्रत्याशी और उनके 150 गुंडों ने रविवार रात साढ़े नौ बजे के करीब तलवारों से हमला किया। अगर मैं वहां से भागा नहीं होता तो वे मुझे मार देते। इसी डर में मैं तीन-चार घंटे तक भागकर जंगल में छिपा रहा। तीन-चार घंटे बाद पुलिस ने मुझे तलाश किया।

उन्होंने आरोप लगाया कि जब वो अपने विधानसभा क्षेत्र में वोटरों से संपर्क करने जा रहे थे, तब उस समय बीजेपी उम्मीदवार और उनके "गुंडों" ने उनकी कार को रोक लिया और उन्हें घेर लिया। कांग्रेस विधायक ने कहा, उन्होंने हमें रोका, फिर हमने कार मोड़ दी। लेकिन उन लोगों की दूसरी कार ने हमें दूसरी तरफ से रोक लिया। फिर हमे कार छोड़कर भागना पड़ा। हमने सोचा कि हमें बचना चाहिए, मैं 10-15 किमी तक भागा।

उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्हें बीजेपी उम्मीदवार ने पहले भी धमकी दी थी और जब उन्होंने चुनाव आयोग से सुरक्षा मांगी तो उनके अनुरोध को अस्वीकार कर दिया गया।

राहुल गांधी ने देर रात ट्वीट करके कांग्रेस विधायक खराडी के लापता होने के मामले को उठाया। राहुल ने लिखा - कांग्रेस के आदिवासी नेता व दांता विधानसभा प्रत्याशी कांतिभाई खराड़ी पर बीजेपी के गुंडों ने बेरहमी से हमला किया और अब लापता हैं। कांग्रेस ने चुनाव आयोग के अलावा अर्धसैनिक बल की तैनाती की मांग की थी, लेकिन आयोग उस पर सोया रहा। सुनिए बीजेपी-हम डरने वाले नहीं हैं। हम डरेंगे नहीं, डटकर मुकाबला करेंगे। गुजरात कांग्रेस के नेता जिग्नेश मेवानी ने भी ट्वीट किया कि खराड़ी पर हमला इसलिए किया गया क्योंकि बीजेपी को हार का डर था। उन्होंने ट्वीट में कहा, उनके वाहन को रोकते समय उन्हें मारने का प्रयास किया गया। उनका वाहन पलट गया। फिर कांतिभाई खराड़ी लापता हो गए।
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गुजरात कांग्रेस प्रमुख जगदीश ठाकोर ने सोमवार को इस मामले को उठाते हुए बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जीत रही है। इसलिए बीजेपी बौखला रही है। हमने चुनाव आयोग को रात में ही फोन करके कांग्रेस विधायक के अपहरण की सूचना दी थी। रात 1.30 बजे हम लोग गांधीनगर पहुंचे और शिकायत दी। हमारे अन्य उम्मीदवारों की शिकायतें भी आ रही हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में भय का माहौल बनाया जा रहा है। इससे पता चलता है कि बीजेपी हार रही है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि बलदेव ठाकोर कलोल से चुनाव लड़ रहे हैं और पूरे कलोल को पुलिस छावनी में बदल दिया गया था। डर का माहौल बनाया गया है। यह दिखाता है कि बीजेपी हार के डर में पुलिस और सरकारी मशीनरी की मदद से मतदान को प्रभावित कर रही है।
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क़मर वहीद नक़वी
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