मनरेगा के एक सामान्य ऑडिट ने पीएम मोदी के गुजरात में एक बड़े भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ कर दिया है। इस मामले में एक मंत्री का एक बेट गिरफ़्तार किया गया है तो दूसरा फ़रार है। एक अधिकारी की भी गिरफ़्तारी हुई है। कई और बड़े लोग इस मामले में फँस सकते हैं।

दरअसल, यह मामला गुजरात के दाहोद जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम यानी मनरेगा योजना का है। इसके तहत 71 करोड़ रुपये के घोटाले का खुलासा हुआ है। इस मामले में राज्य के पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री बच्चूभाई खाबड़ के बेटे बलवंत खाबड़ को शनिवार को गिरफ्तार किया गया, जबकि उनके छोटे भाई किरण खाबड़ फरार हैं। पुलिस ने इस घोटाले में शामिल अन्य छह लोगों को भी हिरासत में लिया है और जाँच में घोटाले की राशि 200 करोड़ रुपये तक पहुँचने की संभावना जताई जा रही है। इस घटना ने गुजरात की ग्रामीण विकास व्यवस्था में गंभीर खामियों को उजागर किया है। इससे राजनीतिक हलकों में हंगामा मच गया है।