गुजरात दंगा मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी सहित 64 लोगों को दी गई क्लीन चिट को चुनौती देने वाली ज़ाकिया जाफरी की याचिका पर बुधवार को तीसरे दिन सुनवाई हुई। ज़ाकिया की तरफ़ से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि सांप्रदायिक हिंसा एक ज्वालामुखी से निकलने वाले लावा की तरह है, जो उस जमीन पर धब्बा छोड़ जाती है जिसे वह छूती है।