IPS Y Puran Kumar Case: नेता विपक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार 14 अक्टूबर को चंडीगढ़ जाकर वाई पूरन कुमार के परिवार से मुलाकात की। राहुल ने पीएम मोदी और हरियाणा के सीएम पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि ये सिर्फ एक दलित परिवार का मामला नहीं है।
नेता विपक्ष मंगलवार को चंडीगढ़ में वाई पूरन कुमार के घर पर
वाई पूरन कुमार मामले में ताजा अपडेट
- राहुल गांधी ने चंडीगढ़ में मंंगलवार को पूरन कुमार के परिवार से मुलाकात की
- नेता विपक्ष राहुल गांधी ने परिवार की मांगों का समर्थन किया और कार्रवाई की मांग की
- एक हफ्ता बीतने के बावजूद पूरन कुमार के शव का पोस्टमॉर्टम और अंतिम संस्कार नहीं हो सका है
- पीएम मोदी का 17 अक्टूबर का सोनीपत दौरा दलितों के गुस्से की वजह से रद्द कर दिया गया है
- पूरन कुमार की आएएस पत्नी अमनीत पी. कुमार दोनों आरोपी अफसरों पर कार्रवाई चाहती हैं
- मायावती, चंद्रशेखर आजाद, रामदास आठवले सहित लगभग सभी दलित नेताओं ने परिवार से हमदर्दी जताई
कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को हरियाणा के आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार के परिवार से मुलाकात की। पूरन कुमार ने 7 अक्टूबर को अपने चंडीगढ़ स्थित आवास पर गोली मारकर खुदकुशी कर ली थी। राहुल गांधी ने परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और इस मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की। दरअसल, पूरन कुमार ने अपने खुदकुशी नोट में राज्य के डीजीपी शत्रुजीत कपूर और रोहतक के हटाए जा चुके एसपी नरेंद्र बिजरानिया पर उनके जातिगत उत्पीड़न का आरोप लगाया था। हरियाणा सरकार की लापरवाही और मामले को दबाने की कोशिश करने की वजह से मामला तूल पकड़ गया है।
यह सिर्फ एक दलित परिवार का मामला नहीं, सभी दलितों से जुड़ा मुद्दा हैः राहुल
परिवार से मुलाकात के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि पूरन कुमार के साथ व्यवस्थित और संस्थागत भेदभाव किया गया, जिसका मकसद उन्हें परेशान करना और उनके करियर को नुकसान पहुंचाना था। उन्होंने कहा, "पूरन कुमार की मौत केवल एक परिवार के सम्मान का सवाल नहीं है, बल्कि यह सभी दलितों से जुड़ा मुद्दा है।" राहुल गांधी ने कहा कि आप कितने भी सफल हों, सक्षम हों, लेकिन अगर आप दलित हैं तो आपको दबाया, कुचला और फेंका जा सकता है। हमें ये स्वीकार नहीं है। मोदी जी, सैनी जी ये तमाशा बंद कीजिए, बेटियों से किया वादा पूरा करिएः राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा-
नेता विपक्ष के नाते मेरा देश के प्रधानमंत्री और हरियाणा के मुख्यमंत्री को सीधा संदेश है कि आपने पूरन कुमार जी की दोनों बेटियों से जो वादा किया है, उसे पूरा कीजिए। इनके पिता का अंतिम संस्कार होने दीजिए और ये तमाशा बंद कीजिए। आप दोषी अफसरों पर कार्रवाई कीजिए और इस परिवार पर डाले जा रहे दबाव को हटाइए।
राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री सैनी पर उनके वादों को पूरा न करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच का वादा किया था, लेकिन उसका पालन नहीं किया गया। उन्होंने कहा, "यह गलत संदेश दिया जा रहा है कि अगर आप दलित हैं, तो चाहे आप कितने भी सफल हों, आपको दबाया और कुचला जा सकता है।" राहुल गांधी ने हरियाणा सरकार पर संवेदनशील मुद्दे को गलत तरीके से संभालने का आरोप लगाया।
सोचिए, आम दलित नागरिक किन हालात में जी रहा होगाः राहुल गांधी
पूरन कुमार की खुदकुशी का मामला सामने आने के बाद राहुल गांधी ने 9 अक्टूबर को एक्स पर ट्वीट किया था। जिसमें राहुल गांधी ने कहा था-
हरियाणा के IPS अधिकारी वाई पूरन कुमार जी की आत्महत्या उस गहराते सामाजिक ज़हर का प्रतीक है, जो जाति के नाम पर इंसानियत को कुचल रहा है। जब एक IPS अधिकारी को उसकी जाति के कारण अपमान और अत्याचार सहने पड़ें - तो सोचिए, आम दलित नागरिक किन हालात में जी रहा होगा। रायबरेली में हरिओम वाल्मीकि की हत्या, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस का अपमान और अब पूरन जी की मौत ये घटनाएँ बताती हैं कि वंचित वर्ग के ख़िलाफ़ अन्याय अपनी चरम सीमा पर है। राहुल गांधी ने लिखा है- BJP-RSS की नफ़रत और मनुवादी सोच ने समाज को विष से भर दिया है। दलित, आदिवासी, पिछड़े और मुस्लिम आज न्याय की उम्मीद खोते जा रहे हैं। ये संघर्ष केवल पूरन जी का नहीं- हर उस भारतीय का है जो संविधान, समानता और न्याय में विश्वास रखता है। राहुल गांधी के दौरे से दलित आईपीएस के उत्पीड़न का मामला और भी गरमा उठा है। कुमार की पत्नी, आईएएस अधिकारी अमनीत पी. कुमार ने पोस्टमॉर्टम के लिए सहमति देने से इनकार कर दिया। उन्होंने मांग की है कि खुदकुशी नोट में नामित सभी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हो। चंडीगढ़ पुलिस ने अनुसूचित जाति एवं जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है और एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित किया है। परिवार का कहना है कि सबसे पहले शत्रुजीत कपूर और नरेंद्र बिजरनिया को गिरफ्तार किया जाए। हालांकि बिजरनिया का तबादला कर दिया गया। लेकिन डीजीपी कपूर पर कार्रवाई न होने से नाराजगी बढ़ रही है। दलित संगठनों ने सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया, जबकि विपक्षी दलों ने भी मामले को संसद में उठाने की घोषणा कर दी।
पीएम मोदी हरियाणा आने की हिम्मत नहीं जुटा सके
हरियाणा सरकार ने बहुत पहले से 17 अक्टूबर को राज्यव्यापी कार्यक्रम की घोषणा की थी। प्रधानमंत्री मोदी सोनीपत में ‘जन विश्वास-जन विकास’ कार्यक्रम को संबोधित करने वाले थे और राज्य सरकार के तीसरे कार्यकाल के एक वर्ष पूरे होने के मौके पर कई नई पहल की घोषणा करने वाले थे। इसी तरह के कार्यक्रम हरियाणा के जिले में होने थे और सोनीपत के कार्यक्रम को बड़े पैमाने पर प्रसारण और प्रचारित होना था। हरियाणा में बिहार के प्रवासी भारी तादाद में रहते हैं। इस कार्यक्रम को उससे भी जोड़कर तैयार किया गया था। हालांकि पीएम मोदी का 17 अक्टूबर का कार्यक्रम रद्द होने की कोई वजह नहीं बताई गई है, लेकिन भाजपा सूत्रों ने स्वीकार किया कि वाई पूरन कुमार की खुदकुशी के बाद की स्थिति प्रधानमंत्री के दौरे के लिए सही नहीं है।
हरियाणा के मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी प्रधानमंत्री की 17 अक्टूबर की सोनीपत यात्रा से पहले गतिरोध को खत्म कराने में नाकाम रहे। इसलिए भी पीएम का दौरा टालना पड़ा। पूर्व सीएम और मौजूदा केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपने खासमखास अफसरों को पूरन कुमार के घर भेजा, लेकिन परिवार ने किसी भी तरह का समझौता करने से मना कर दिया। परिवार का गुस्सा इस बात को लेकर ज्यादा है कि मुख्यमंत्री नायब सैनी घर पर शोक जताने आए। उसी दिन शाम 5 बजे तक कार्रवाई का भरोसा परिवार को दिया। इसके बावजूद उन्होंने चुप्पी साध ली और कोई एक्शन नहीं लिया। सोमवार को जब नेता विपक्ष राहुल गांधी के चंडीगढ़ जाने की घोषणा हुई तो देर रात डीजीपी शत्रुजीत कपूर को छुट्टी पर भेज दिया गया। लेकिन इसके बावजूद परिवार राजी नहीं है। वो दोनों अफसरों पर एक्शन चाहता है। राहुल गांधी ने परिवार की मांग का समर्थन कर दिया है।