हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा क्षेत्र में भारी बारिश और भूस्खलन से तबाह हुई मनाली की बाढ़ प्रभावित जनता ने बीजेपी सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। लगभग तीन सप्ताह बाद प्रभावित इलाकों का दौरा करने पहुंचीं कंगना के काफिले को काले झंडे दिखाए गए और 'गो बैक' के नारे लगाए गए। कंगना ने अपनी यात्रा के दौरान अपने रेस्टोरेंट को हुए नुकसान पर दर्द बयां किया, जिससे लोगों का गुस्सा और भड़क गया। उन्होंने राज्य की कांग्रेस सरकार पर केंद्र की राहत राशि के दुरुपयोग का भी आरोप लगाया।
मनाली के पटलीकुहल क्षेत्र में स्थानीय निवासियों ने कंगना के काफिले का रास्ता रोका और काले झंडे लहराते हुए नारेबाजी की। पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर, जो कंगना के साथ थे, ने इसे कांग्रेस कार्यकर्ताओं की साजिश बताया। लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि सांसद का दौरा देर से हो रहा। कंगना की शिकायतें खुद के नुकसान पर केंद्रित रहीं, जबकि जनता को फौरन सहायता की जरूरत है।

मेरा भी रेस्टोरेंट यहां है, 50 रुपये का बिजनेस हुआः कंगना

कंगना ने प्रभावितों से बातचीत के दौरान भावुक होकर कहा, "आप हमें ही नोचने आएंगे तो हम कैसे काम करेंगे? शांत हो जाइए पहले तो। ये जानिए कि मेरा भी घर यहां पर है। मुझ पर क्या बीत रही होगी। मेरा भी रेस्टोरेंट यहां पर है जिसमें कल 50 रुपये का बिजनेस हुआ है। 15 लाख की सैलरी ही है... मेरा भी दर्द तो आप समझिए ना, मैं भी इंसान ही हूं।" उन्होंने खुद को 'सिंगल वुमन' बताते हुए कहा, "आप जैसे मैं भी सिंगल वुमन हूं। मुझे आप ऐसे अटैक मत कीजिए कि कहीं से क्वीन ऑफ इंग्लैंड है और कहीं से कुछ कर नहीं रही है... मैं भी यहां की वासी हूं, आप हमें नोचने आएंगे तो हम कैसे काम करेंगे आपके लिए।"
कंगना ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, "मुझे लगता है फंड्स डायवर्ट किए जा रहे हैं। सेंटर से भेजी गई आपदा राहत के फंड्स में भ्रष्टाचार हो रहा है।" उन्होंने कहा, "पहले भी केंद्र से राशि आती रही है। दुख की बात है कि आशंका जताई जा रही है कि यहां से फंड डायवर्ट हो रहे हैं। कांग्रेस पार्टी यहां से फंड डायवर्ट कर रही है। उन पर भ्रष्टाचार के बहुत आरोप लग रहे हैं। ये चिंता का कारण है। कहीं भी काम नहीं हो रहा है।" उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को पत्र लिखने की बात भी कही।
स्थानीय निवासी गीतेश ठाकुर ने बताया, "वो अपनी परेशानी पर फोकस कर रही हैं, जबकि हमें सहायता लानी चाहिए थी। सांसद के नाते हमें उम्मीद थी कि वो हमारे साथ खड़ी होंगी, खासकर संकट के समय में, न कि सिर्फ स्थानीय सरकार पर हमला करें।" एक वरिष्ठ बीजेपी नेता ने नाम न छापने की शर्त पर निराशा जताई, "क्षेत्र की सांसद के रूप में कंगना को पहले आना चाहिए था। लोग पैसे की उम्मीद नहीं करते, बल्कि समर्थन की। उनकी बयानबाजी असंवेदनशील लग रही है, इसे टालना चाहिए था।"
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने कंगना की आलोचना की, "जब लोगों को सबसे ज्यादा उनकी जरूरत थी, तब वो गायब थीं। अब जब आई हैं, तो लोगों की मदद पर फोकस करें और केंद्रीय नेतृत्व से जल्द राहत अनुदान जारी करने की अपील करें।"
भारी मानसून की बारिश ने कुल्लू और मनाली में भारी तबाही मचाई है। सैकड़ों घर, सड़कें और आजीविका नष्ट हो गईं। कंगना का मनाली में स्थित रेस्टोरेंट 'द माउंटेन स्टोरी' पर्यटन पर निर्भर है, जो बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुआ। इस घटना ने कंगना की राजनीतिक छवि पर सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर लोकसभा चुनाव के बाद। बीजेपी के अंदर भी उन पर असंतोष की आवाजें उठ रही हैं।