loader
माणिक साहा

उपचुनाव: विधानसभाओं की 7 में से 3 सीटें बीजेपी जीती, त्रिपुरा सीएम जीते

तीन राज्यों और दिल्ली की 7 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे आ गए हैं। इन सात सीटों में से 3 सीटें बीजेपी ने जीती हैं और ये सभी त्रिपुरा की सीटें हैं। त्रिपुरा में कांग्रेस ने एक सीट, दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने एक सीट, आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस ने एक सीट जीती है। झारखंड में कांग्रेस एक सीट पर आगे चल रही है।

बहरहाल, त्रिपुरा में कुल मिलाकर 4 सीटों पर चुनाव हुए थे। इसमें त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा को मुख्यमंत्री के रूप में बने रहने के लिए चुनाव जीतना ज़रूरी था। उन्होंने टाउन बारदोवाली से चुनाव लड़ा और जीता भी। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी और कांग्रेस उम्मीदवार आशीष कुमार साहा को 6,104 मतों से हराया। 

तत्कालीन सीएम बिप्लब देब के अचानक इस्तीफे के बाद राज्यसभा सांसद माणिक साहा को पिछले महीने राज्य का मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया था। मुख्यमंत्री बने रहने के लिए उन्हें यह उपचुनाव जीतना ज़रूरी था।

नियमानुसार विधानसभा के लिए चुने जाने के बाद अब वह सांसद पद से इस्तीफा देंगे। आशीष कुमार साहा के बीजेपी विधायक के रूप में इस्तीफा देने और फरवरी में कांग्रेस में शामिल होने के बाद टाउन बारदोवाली सीट पर उपचुनाव हुआ था।

ताज़ा ख़बरें

दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने राजिंदर नगर उपचुनाव में लगभग 11,000 मतों के अंतर से जीत हासिल की। इस बीच, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के मेकापति विक्रम रेड्डी ने आंध्र प्रदेश के आत्मकुर में भारी अंतर से जीत हासिल की है। उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार को 82,888 मतों के अंतर से हराया।

झारखंड में मांडर सीट के लिए हो रही मतगणना में कांग्रेस उम्मीदवार शिल्पी नेहा तिर्की आगे हैं। वह क़रीब 12 हज़ार वोट के निर्णायक वोट से आगे चल रही थीं। बता दें कि विधानसभा की इन सीटों के अलावा लोकसभा की तीन सीटों- यूपी के रामपुर व आजमगढ़ और पंजाब के संगरूर सीट के लिए भी उपचुनाव हुए हैं और इसके नतीजे आने बाक़ी हैं।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें