वाराणसी में एक दलित प्रोफेसर की एंट्री काशी विद्यापीठ में इसलिए रोक दी गई है, क्योंकि उन्होंने नवरात्रि में महिलाओं को लेकर एक टिप्पणी सोशल मीडिया पर की है। काशी विद्यापीठ ने इस गेस्ट प्रोफेसर की सेवाएं भी समाप्त कर दी हैं। काशी विद्यापीठ ने यह कार्रवाई आरएसएस से जुड़े छात्र संगठन एबीवीपी के दबाव पर की। तमाम दलित संगठनों ने काशी विद्यापीठ की इस हरकत की कड़ी निन्दा की है।
एबीवीपी का दबावः दलित प्रोफेसर को हटाया, एंट्री रोकी
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- 29 Mar, 2025
बनारस में काशी विद्यापीठ के एक दलित गेस्ट प्रोफेसर को सिर्फ इसलिए हटा दिया गया और कैंपस में एंट्री रोक दी गई कि उन्होंने नवरात्रि में महिलाओं को व्रत रखने की बजाय कुछ और करने की सलाह दी। क्या थी वो सलाह जानिए रिपोर्ट पढ़कर।

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ