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आसाराम : कभी थे ऐश, अब सलाखों के पीछे गुज़र रहा बुढ़ापा

नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में दोषी ठहराए गए आसाराम इन दिनों जोधपुर की एक जेल में उम्रक़ैद की सज़ा काट रहे हैं। आसाराम के बेटे नारायण साईं को भी यौन शोषण और हत्या के आरोपों को लेकर जेल जाना पड़ा था। बुरे फंसे आसाराम ने राजस्थान के राज्यपाल को दया याचिका भेजकर माफ़ी की गुहार लगाई है। ग़ौरतलब है कि देशभर में कई बाबाओं के ख़िलाफ़ यौन शोषण व दुष्कर्म के मामले सामने आ चुके हैं।

आश्रम में दुष्कर्म का आरोप

यूपी के शाहजहांपुर की रहने वाली 16 साल की नाबालिग लड़की ने साल 2013 में पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि 5 अगस्त, 2013 की रात को आसाराम ने उसे जोधपुर के मनई इलाके में स्थित अपने आश्रम में बुलाया और उसके साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता आसाराम के मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा स्थित आश्रम में पढ़ती थी।साढ़े चार तक चली सुनवाई के बाद जोधपुर की विशेष अदालत ने आसाराम को दोषी करार देते हुए सश्रम आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। साथ ही आश्रम की हॉस्टल वार्डन शिल्पी उर्फ संचिता गुप्ता और सेवक शरदचंद्र को 20-20 वर्ष के लिए क़ैद की सज़ा सुनाई थी। जबकि सह आरोपी प्रकाश द्विवेदी और शिवा को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया गया था। हाल ही में राजस्थान हाई कोर्ट ने शिल्पी की सज़ा को स्थगित करते हुए उसे ज़मानत दे दी है।बता दें कि पिछले दिनों आसाराम का एक आॅडियो वायरल हुआ था, जिसमें उसने जेल से ही अहमदाबाद स्थित अपने आश्रम में एक सेवादार से बात की थी। इस बातचीत में आसाराम को यह कहते हुए सुना गया था कि धैर्य रखो जल्द ही शिल्पी और शिवा को बाहर लाएंगे। आगे आसाराम ने कहा था, पहले इन दोनों को बाहर लाएंगे,उसके बाद हम बाहर आएंगे।

पाक से आया था परिवार

आसाराम का सही नाम असुमल सिरुमलानी हरपलानी है और वह बाबा बनने से पहले अजमेर में तांगा चलाता था। उसका परिवार पाकिस्तान के सिंध के जाम नवाज अली तहसील का रहने वाला था। लेकिन बंटवारे के बाद वे भारत आकर अहमदाबाद में बस गए। आसाराम के अनुयायियों के मुताबिक़, 15 साल की आयु में आसाराम ने घर छोड़ दिया था और वह गुजरात के भरुच में एक आश्रम में रहने लगा था। 1960 के दशक में उसने संत लीलाशाह को अपना आध्यात्मिक गुरु बनाया। बाद में लीलाशाह ने ही असुमल का नाम आसाराम रखा।

बनाए 400 आश्रम 

1973 में आसाराम ने अपने पहले आश्रम और ट्रस्ट की स्थापना अहमदाबाद के मोटेरा गांव में की। 1973 से 2001 के दौरान आसाराम ने बेटे नारायण साईं के साथ भारत ही नहीं विदेशों में भी 400 आश्रमों का नेटवर्क खड़ा किया। कई गुरुकुल, महिला केंद्र बनाए। 1997 से 2008 के बीच उस पर रेप, जमीन हड़पने, हत्या जैसे कई आरोप लगे।
Asaram is behind the bars, facing problems - Satya Hindi
अटल, नरेंद्र मोदी और आडवाणी के साथ आसाराम

बड़े नेताओं से रहे संबंध

कांग्रेस और भाजपा नेताओं से आसाराम के अच्छे संबंध रहे। पीएम नरेंद्र मोदी, पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी, लाल कृष्ण आडवाणी, नितिन गडकरी, उमा भारती, शिवराज सिंह चौहान, रमन सिंह और प्रेम कुमार धूमल के साथ वे कई बार नज़र आए। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, कमलनाथ, मोतीलाल वोरा भी आसाराम के साथ दिखते थे।

आसाराम ने कहा, माफ़ी दो

आसाराम ने राजस्थान के राज्यपाल को दया याचिका भेजकर माफ़ी देने को कहा है। साल के अंत में राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव के ठीक पहले अगर राजस्थान सरकार आसाराम को किसी भी तरह की छूट देती है तो इसका फ़ायदा भाजपा को मिल सकता है। लेकिन पीड़िता के पिता ने कहा है कि आसाराम एक शैतान है जिसे कोई छूट नहीं मिलनी चाहिए। पिता ने कहा है कि उन्हें कानून पर पूरा भरोसा है और उम्मीद है उनकी बेटी के साथ पूरा न्याय होगा।

14 बाबाओं को बताया फ़र्ज़ी

देशभर में कई बाबाओं के ख़िलाफ़ दुष्कर्म के मामले सामने आने के बाद अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद को एक लिस्ट जारी करनी पड़ी। परिषद ने लिस्ट में 14 बाबाओं को फ़र्ज़ी बताया है। इस लिस्ट में आसाराम उर्फ असुमल सिरुमलानी हरपलानी, सुख़विंदर कौर उर्फ राधे मां, सचिदानंद गिरी उर्फ सचिन दत्ता, गुरमीत राम रहीम, ओम बाबा उर्फ विवेकानंद झा, निर्मल बाबा उर्फ निर्मलजीत सिंह, इच्छाधारी भीमानंद उर्फ शिवमूर्ति द्विवेदी, स्वामी असीमानंद, ऊं नम: शिवाय बाबा, नारायण साईं, रामपाल, खुशी मुनि, बृहस्पति गिरि और मलकान गिरि व अन्य के नाम शामिल हैं।आसाराम के अलावा कई ऐसे लोग हैं जिन्होंने धर्म का ग़लत इस्तेमाल करके कुछ ही समय में अच्छी खासी संपत्ति बना ली। साथ ही इन पर यौन शोषण व दुष्कर्म के भी आरोप लगे हैं। ऐसे कथित बाबाओं ने लोगों की आस्था से जमकर खिलवाड़ किया है। आइए, आज ऐसे ही कुछ बाबाओं के बारे में आपको बताते हैं।
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दाती महाराज और आशु भाई गुरुजी

दाती महाराज और आशु भाई

दिल्ली के फतेहपुर बेरी इलाके में स्थित शनिधाम मंदिर के संस्थापक दाती महाराज पर एक महिला ने रेप का आरोप लगाया था। महिला की शिकायत पर दाती महाराज के ख़िलाफ़ आईपीसी की धाराओं 354, 376 और 377 के तहत केस दर्ज किया गया था। पीड़िता ने शिकायत में कहा था कि दो साल पहले दाती महाराज ने उसके साथ मंदिर के अंदर ही रेप किया था। इस मामले में हैरानी की बात यह है कि अभी तक दाती महाराज की गिरफ्तारी नहीं हुई है। दिल्ली में अपने आश्रम में एक महिला और उसकी बेटी के साथ रेप के आरोपी स्वयंभू बाबा आशु भाई गुरुजी उर्फ़ आसिफ़ ख़ान हिंदू नहीं मुस्लिम है। ज्योतिषी से कमाई करने के लिए उसने अपना नाम बदल लिया और आशु भाई बन गया।

स्वामी परमानंद

बाबा राम शंकर तिवारी उर्फ स्वामी परमानंद को यूपी पुलिस ने पिछले साल यौन शोषण के मामले में गिरफ्तार किया था। उस पर संतान प्राप्‍ति की इच्‍छा के लिए आने वाली महिलाओं का यौन शोषण करने का आरोप था। हांलाकि परमानंद ने इससे इन्कार किया था। परमानंद का कथित रूप से एक विडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें वह एक महिला के साथ आपत्‍तिजनक हालत में दिख रहे थे।

प्रपन्नाचार्य महाराज उर्फ़ फलाहारी बाबा

अलवर में रहने वाले प्रपन्नाचार्य महाराज उर्फ फलाहारी बाबा के खिलाफ 11 सितंबर 2017 को छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की रहने वाली एक महिला ने रेप का आरोप लगाया था। 26 सितंबर 2018 को अलवर जिले की एक अदालत ने बाबा को दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई है। साथ ही उन पर एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है।
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स्‍वामी नित्‍यानंद

सीडी से चर्चा में आए नित्‍यानंद

दक्ष‍िण भारत में खासे चर्चित स्‍वामी नित्‍यानंद की 2010 में एक सेक्‍स सीडी आई थी। सीडी में नित्‍यानंद को कथ‍ित रूप से दक्षिण की मशहूर एक्‍ट्रेस के साथ शारीरिक संबंध बनाते हुए द‍िखाया गया था। फ़ॉरेंसिक लैब में हुई जांच में सीडी को सही पाया गया। लेकिन नित्यानंद के आश्रम का दावा है कि सीडी से छेड़छाड़ की गई थी। नित्यानंद इस मामले में 52 दिन तक जेल में रहा। हालांकि कुछ दिनों बाद उसे जमानत मिल गई थी।
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क़मर वहीद नक़वी
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