तबलीग़ी जमात और मुसलमानों का ऐसा दानवीकरण कर दिया गया है कि कुछ लोग दान देने पर यह शर्त लगा दे रहे हैं कि इस पैसे का इस्तेमाल 'जाहिल और जिहादी' तबलीग़ी जमात के लोगों पर न हो।