लीजिए, बहादुरशाह जफर को फिर से औरंगज़ेब समझकर एक हिंदू संगठन के लोगों ने बवाल कर दिया। मामला उत्तर प्रदेश के गजियाबाद रेलवे स्टेशन का है। हिंदू रक्षा दल के कार्यकर्ताओं ने बहादुर शाह जफर की पेंटिंग को औरंगजेब की पेंटिंग समझकर कालिख पोत दी। यह पेंटिंग उस बहादुर शाह जफर की थी जो 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के प्रतीक थे और भारत में उनको काफ़ी सम्मान से देखा जाता है। यहाँ तक कि पीएम मोदी ने म्यांमार की अपनी यात्रा के दौरान यांगून शहर में बहादुर शाह जफर की मजार पर न सिर्फ़ श्रद्धासुमन अर्पित किए थे, बल्कि उनकी तस्वीरें भी उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट की थीं।
लेकिन अब यही बहादुरशाह जफर हिंदू रक्षा दल के कार्यकर्ताओं के निशाने पर आ गए। 18 अप्रैल को गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर हिंदू रक्षा दल के कार्यकर्ताओं ने स्टेशन के सौंदर्यकरण के तहत बनाई गई स्वतंत्रता सेनानियों की पेंटिंग्स में से एक पर कालिख पोत दी। यह पेंटिंग अंतिम मुगल सम्राट बहादुर शाह जफर की थी, लेकिन कार्यकर्ताओं ने इसे मुगल बादशाह औरंगजेब की तस्वीर समझ लिया।