loader
भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी।

संसद में भाजपा सांसद बिधूड़ी ने आपत्तिजनक शब्द बोले, केस दर्ज करने की मांग 

भारतीय संसदीय परंपराओं को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद रमेश बिधूड़ी ने गुरुवार को लोकसभा में ताक पर रख दिया। उन्होंने बसपा सांसद दानिश अली के अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। उन्हें आतंकवादी तक कहा। यह तक कहा कि 'बाहर निकल, देखता हूं।' हालांकि केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने सांसद की करतूत के लिए खेद जताया है लेकिन बिधूड़ी के खिलाफ देश में कड़ी प्रतिक्रिया हो रही है। लोगों ने उनके खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है।  

लोकसभा में बिधूड़ी ने गुरुवार को सांसद दानिश अली को "मुस्लिम उग्रवादी", "भड़वा" (दलाल), और "कटवा" (खतना किया हुआ) कहा। दानिश अली उत्तर प्रदेश की अमरोहा लोकसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी के सांसद हैं। उत्तर भारत के हिन्दी बेल्ट में भड़वा और कटवा शब्द आपत्तिजनक हैं और गाली गलौच के दायरे में आते हैं। संसद में आज तक किसी भी सांसद ने ऐसे घटिया शब्दों का इस्तेमाल दूसरे साथी सांसद के लिए नहीं किया है।

ताजा ख़बरें
चंद्रयान 3 की सफलता पर बहस के दौरान भाजपा सांसद बिधूड़ी अपशब्द बोलने लगे। हालांकि बसपा सांसद दानिश अली ने ऐसी कोई बात नहीं कही थी, जिस पर बिधूड़ी उत्तेजित होते। 
BJP MP Vidhuri's hate speech in Parliament, demand to register case - Satya Hindi
अमरोहा से बसपा सांसद दानिश अली
भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी जब इन शब्दों का इस्तेमाल कर रहे थे तो भाजपा के कुछ सांसद हंस रहे थे और किसी ने भी बिधूड़ी को रोकने-टोकने की कोशिश नहीं की। वीडियो में दिख रहा है कि भाजपा सांसद हर्षवर्धन हंस रहे हैं।  पीटीआई के अनुसार, कांग्रेस सांसद के सुरेश, जो टिप्पणी के समय अध्यक्ष थे, ने कहा कि उन्होंने टिप्पणियों को रिकॉर्ड से हटाने का आदेश दिया है।
पीटीआई के मुताबिक बिधूड़ी की टिप्पणी सामने आने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ''आपत्तिजनक'' टिप्पणी पर खेद जताया। राजनाथ ने कहा कि उन्होंने बिधूड़ी की टिप्पणियां नहीं सुनी हैं और उन्होंने सभापति से अनुरोध किया कि अगर उन्होंने विपक्षी सदस्यों को आहत किया है तो टिप्पणियों को कार्यवाही से बाहर कर दिया जाए। यदि बिधूड़ी की टिप्पणी से विपक्ष आहत हुआ है तो मैं खेद व्यक्त करता हूं।
बहरहाल, बिधूड़ी की टिप्पणियों के लिए सोशल मीडिया पर उनकी और भाजपा की जमकर थू-थू हो रही है। तमाम राजनेताओं सहित लोगों ने बिधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। बिधूड़ी के आचरण के लिए अध्यक्ष और भाजपा की आलोचना की है।
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने वीडियो पोस्ट करते हुए ट्वीट किया- बीजेपी सांसद @रमेश बिधूड़ी  कल रात लोकसभा में सांसद दानिश अली को "भड़वा" (दलाल), "कटवा" (खतना किया हुआ), "मुल्ला अतंकवादी" और "मुल्ला उग्रवादी" कहा। रिकॉर्ड पर है। मर्यादा के रखवाले @ओम बिड़ला कोटा,  विश्वगुरू @नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष @JPNadda गोदी मीडिया- कोई कार्रवाई?

शिवसेना यूबीटी की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने बिधूड़ी के बेहूदा शब्दों पर सख्त आपत्ति जताई है। उन्होंने ट्वीट में लिखा-   मुल्ला
आतंकवादी, कटवा उग्रवादी  भाजपा सांसद द्वारा बसपा के साथी सांसद के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग @के दानिश अली। कोई शर्म नहीं बची। यह बीमार करने वाला है. क्या लोकसभा अध्यक्ष इस पर ध्यान देंगे और कार्रवाई करेंगे?

वरिष्ठ पत्रकार बरखा दत्त ने संसद टीवी का वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया है- एक साथी सांसद के लिए संसद के पटल से भाजपा के रमेश बिधूड़ी का यह मुस्लिम विरोधी सांप्रदायिक भाषण घृणित और अस्वीकार्य है। उन्हें सदन से निलंबित किया जाना चाहिए। उनके खिलाफ नफरत फैलाने वाले भाषण (हेट स्पीच) का मामला चलना चाहिए।

राजनीतिक एक्टिविस्ट जावेद अशरफ खान ने सोशल मीडिया पर लिखा- देश की नई संसद में गोडसे वंशज भाजपा के दिल्ली से सांसद बिधूड़ी ने बसपा के मुस्लिम सांसद @KDanishAli को " मुल्ला आतंकवादी, भड़वे, कटवे और मुल्ला उग्रवादी" बोला और संसद के बाहर देख लेने की धमकी दी। @narendramodi  जी और @ombirlakota जी इस घटिया सड़कछाप और कुंठा भरे ज़हरीले मानव बम पर त्वरित एक्शन लेकर संसद की गरिमा बहाल करें। लानत है इस बदबूदार पर।
दक्षिण दिल्ली से भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी पहले भी तमाम आरोपों से घिरे रहे हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें विजयी घोषित किए जाने पर आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा ने अदालत में चुनौती दे रखी है। अदालत ने साउथ दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के रेकॉर्ड सुरक्षित रखने का आदेश दिया है। यह मामला लंबित है। शाहीनबाग आंदोलन के दौरान भी बिधूड़ी पर तमाम आरोप लगे थे। जामिया के छात्रों ने जब दिल्ली में मार्च निकाला था, उस समय भी बिधूड़ी चर्चा में आए थे। जमीन के कई मामलों को लेकर भी बिधूड़ी चर्चा में रहे हैं।
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें