सोनिया गांधी
न सिर्फ कांग्रेस बल्कि समाजवादी पार्टी, आरजेडी ने भाजपा के इस आरोप को फर्जी बताते हुए खंडन किया। विपक्ष ने कहा कि संसद में असली मुद्दों से ध्यान बंटाने के लिए यह भाजपा की सियासी चाल है। वो अक्सर ऐसा करती है।
भाजपा ने एक्स पर लिखा- “सोनिया गांधी और एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में कश्मीर के विचार का समर्थन करने वाले संगठन के बीच यह गठजोड़ भारत के आंतरिक मामलों में विदेशी संगठनों के प्रभाव और ऐसे संबंधों के राजनीतिक प्रभाव को बताता है।” भाजपा ने दावा किया कि सोनिया गांधी चूंकि राजीव गांधी फाउंडेशन की अध्यक्ष हैं, इस वजह से वो जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन के साथ जुड़ीं। इससे "भारतीय संगठनों पर विदेशी फंडिंग का प्रभाव दिखता है"।
विपक्ष का जवाबः विपक्ष ने भाजपा के आरोपों को खारिज कर दिया है। कांग्रेस सांसद कार्ति चिदम्बरम ने भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए उन्हें "फर्जी कल्पनाएँ" करार दिया, जिन्हें "डार्क वेब" तक ही रखने की सलाह दी। कार्ति ने कहा, "लोगों के पास अंधेरी, बीमार कल्पनाएँ हैं और वे उन्हें जारी रख सकते हैं, और इन सभी साजिशों की कोई विश्वसनीयता नहीं है। कांग्रेस हमेशा भारत की संप्रभुता और एकता के पक्ष में हैं। हम देशभक्त हैं, हम राष्ट्रवादी हैं और हम ऐसा कुछ भी नहीं कर रहे हैं जो भारत की अखंडता के खिलाफ हो।"