निर्मला सीतारमण
राज्यों को कर रहित लोनः सीतारमण ने कहा कि उभरते उद्यमियों को समर्थन देने के लिए 10,000 करोड़ रुपये के कोष के साथ स्टार्टअप योजना के लिए फंड ऑफ फंड्स का एक नयी योजना शुरू की जाएगी। यह पहल इन्नोवेशन और स्टार्टअप विकास के लिए सरकार के प्रयास के अनुरूप है। प्रोसेसिंग उद्योग क्षेत्र और आंतरिक व्यापार विभाग (DPIIT) द्वारा अब तक 1.5 लाख से अधिक स्टार्टअप को मान्यता दी जा चुकी है।
किसानों को क्या मिलाः वित्त मंत्री ने कम पैदावार, मध्यम फसल पैदा करने वाले और औसत से कम ऋण पहुंच वाले 100 जिलों को लक्ष्य करते हुए पीएम धन धान्य कृषि योजना की घोषणा की। इस योजना का लक्ष्य फसल विविधीकरण, बेहतर सिंचाई और बढ़ी हुई भंडारण सुविधाओं के माध्यम से कृषि उत्पादकता में सुधार करके 1.7 करोड़ किसानों को फायदा पहुंचाना है। सरकार केंद्रीय एजेंसियों से खरीद समर्थन के साथ, अरहर, उड़द और मसूर पर ध्यान केंद्रित करते हुए दालों में छह साल का आत्मनिर्भरता मिशन भी शुरू करेगी। फसल उत्पादन बढ़ाने के लिए उच्च उपज वाले बीजों पर एक राष्ट्रीय मिशन शुरू किया जाएगा।
'विकसित भारत' का विज़नः वित्त मंत्री ने शून्य गरीबी, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक सभी की पहुंच और उच्च-गुणवत्ता, सस्ती और व्यापक स्वास्थ्य देखभाल जैसे लक्ष्यों पर प्रकाश डालते हुए विकसित भारत के नजरिये की रूपरेखा तैयार की। सीतारमण ने कहा, "विकसित भारत में शून्य गरीबी, 100% गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और व्यापक स्वास्थ्य सेवा शामिल है।" लेकिन ये अभी जुमले हैं। जमीनी हकीकत तभी पता चलेगी, जब योजनाएं लागू होंगी।