केंद्र सरकार ने आगामी जनगणना में जाति आधारित गणना को शामिल करने का निर्णय लिया है। यह देश की आजादी के बाद पहली बार व्यापक स्तर पर जाति डेटा संग्रह का प्रयास होगा। यह कदम बीजेपी की उस रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसका उद्देश्य हिंदू समुदाय के बीच जातिगत विभाजन को कम कर व्यापक हिंदू एकता को मजबूत करना है।