कांग्रेस सोमवार को अपने नये कार्यालय में प्रवेश कर गई। इसका अब नया पता 9, कोटला रोड है। पहले इसका पता 24, अकबर रोड था और वहाँ पार्टी का 47 साल से हेडक्वार्टर था। तो सवाल है कि अब 24, अकबर रोड के कार्यालय का क्या होगा? क्या इसका भी हाल वही होगा जो 11, अशोक रोड के बंगले का हुआ। यह बंगला सात साल पहले तक बीजेपी का कार्यालय था। यहीं बीजेपी का मुख्यालय था। लेकिन फरवरी 2018 में बीजेपी ने दिल्ली में दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर अपना मुख्यालय स्थानांतरित कर दिया।
कांग्रेस और भाजपा को नए भवन मिले, पुराने कार्यालय क्यों नहीं छोड़ रहे?
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- 15 Jan, 2025
यदि राजनीतिक दल अपने कार्यालय के उद्देश्य से सरकारी बंगले, सुइट पर कब्जा कर रहे हैं तो उन्हें आवंटित भूमि पर अपने कार्यालय भवन के निर्माण के तुरंत बाद या भूखंड पर कब्जे की तारीख से तीन साल के भीतर उसे खाली कर देना चाहिए।

बीजेपी ने अपना मुख्यालय नये भवन में शिफ्ट करने के सात साल बाद भी पहले आवंटित 11, अशोक रोड बंगले पर कब्जा करना जारी रखा है। अब माना जा रहा है कि बीजेपी की देखादेखी कांग्रेस भी पुराने भवन को खाली नहीं कर सकती है। बता दें कि राष्ट्रीय राजनीतिक दलों को दिल्ली में कार्यालय के लिए केंद्र से एक प्लॉट मिलता है। तो सवाल है कि क्या राजनीतिक पार्टियाँ दो-दो प्लॉट पर कब्जा कर सकती हैं?