केंद्र में बेशक भाजपा के नेतृत्व में एनडीए गठबंधन की सरकार बनने जा रही है लेकिन मोदी भारत के सर्वमान्य नेता नहीं रहे। उन्होंने खुद अपना मुकाबला नेहरू से किया था, लेकिन पिछले एक दशक में जिस मोदी फैक्टर को भाजपा आगे बढ़ा रही थी, दरअसल वो स्थिर हो गया था और उसने 2024 के चुनाव में पार्टी की कोई मदद नहीं की।