एक दशक में मोदी की यह छवि भी बनाई गई।
लोकनीति-सीएसडीएस के सर्वे के मुताबिक, कम से कम 30% मतदाताओं ने कहा कि वे महंगाई को लेकर चिंतित थे, जो चुनाव से पहले 20% से भी ज्यादा है। करीब 32% मतदाताओं की मुख्य चिंता बेरोजगारी थी। सर्वे एजेंसी ने पूरे मतदान के दौरान भारत के 28 में से 23 राज्यों के लगभग 20,000 मतदाताओं से बात की।
सीएसडीएस लोकनीति सर्वे के अनुसार घटती आमदनी और भ्रष्टाचार तथा घोटालों से निपटने का सरकार का तरीका मतदाताओं को चिंतित करने वाले अन्य मुद्दे थे। कुल 21% मतदाताओं ने कहा कि उन्होंने देश के विकास के प्रयासों के लिए भाजपा को चुना, जबकि 20% ने मोदी के नेतृत्व को चुना, जो चुनाव पूर्व सर्वेक्षण में 10% से दोगुना हो गया।