loader
आरोपी आफताब पूनावाला और श्रद्धा वालकर। फाइल फोटो।

आफताब पूनावाला की आवाज में दिल्ली पुलिस को ऑडियो क्लिप मिली

श्रद्धा वालकर की हत्या कर उसके शव को टुकड़े टुकड़े करने वाले आरोपी आफताब पूनावाला की एक ऑडियो क्लिप दिल्ली पुलिस को मिली है, जो इस केस में महत्वपूर्ण सबूत हो सकती है। दिल्ली पुलिस आज 26 दिसंबर को आफताब को लेकर सीबीआई मुख्यालय गई है, जहां उसकी आवाज का सैंपल टेस्ट किया जा रहा है। 

दिल्ली पुलिस के मुताबिक आफताब पूनावाला को उस वॉयस क्लिप में श्रद्धा के साथ बहस करते हुए सुना जा सकता है। दिल्ली पुलिस ने कहा है कि यह क्लिप एक महत्वपूर्ण सुराग बन सकती है। कुछ सप्ताह पहले दिल्ली में हुई इस घटना के बारे में जब जानकारियां बाहर आईं तो लोग दहल उठे। मामला कई दिनों तक सुर्खियों में रहा।

ताजा ख़बरें
श्रद्धा और आफताब कुछ वर्षों से लिव इन में रह रहे थे। आरोप है कि इस दौरान पूनावाला ने श्रद्धा को कथित रूप से कई बार परेशान और पीटा था। पिछले हफ्ते दिल्ली की एक अदालत ने पुलिस को आफताब पूनावाला की आवाज के नमूने रिकॉर्ड करने की अनुमति दी थी। मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट विजयश्री राठौर ने कहा कि जनहित में एक निष्पक्ष जांच की जरूरत है। मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट ने कहा: सच है, निष्पक्ष सुनवाई एक अभियुक्त का अधिकार है, लेकिन यह भी सच है कि बड़े मामलों में भी निष्पक्ष जांच की आवश्यकता होती है। अभियुक्त जांच में सहायता करने के लिए तैयार नहीं है। इसलिए आईओ (जांच अधिकारी) द्वारा अभियुक्त के वॉयस सैंपलिंग परीक्षण की अनुमति के लिए दायर आवेदन की अनुमति दी जाती है।
वॉयस सैंपलिंग का दिल्ली पुलिस के अनुरोध का आरोपी और उसके वकील ने विरोध किया था लेकिन अदालत ने आपत्तियों को खारिज कर दिया।

28 साल के आरोपी आफताब पूनावाला पर 18 मई को दक्षिण दिल्ली के छतरपुर पहाड़ी में किराए के एक आवास में अपनी साथी 27 वर्षीय श्रद्धा वालकर का गला घोंटने का आरोप है। हत्या के बाद आरोपी ने शव के टुकड़े टुकड़े कर दिए और उन्हें जंगलों में फेंक दिया। ऐसे दस टुकड़े दिल्ली पुलिस ने महरौली के जंगल से बरामद किए थे।

हाल ही में एक फोरेंसिक विश्लेषण रिपोर्ट से पता चला है कि पीड़िता के शरीर के अंगों को वास्तव में हत्या के बाद जंगल में फेंक दिया गया था। क्योंकि जंगल से मिले टुकड़े श्रद्धा के शव के ही थे।
बहरहाल, दिल्ली पुलिस आफताब को लेकर आज सोमवार को सीबीआई मुख्यालय पहुंच गई है, जहां आरोपी के आवाज की जांच हो रही है। दिल्ली पुलिस को आरोपी की जो ऑडियो क्लिप मिली है, उससे आवाज का मिलान किया जाएगा। अगर वीडियो क्लिप के आवाज से आफताब के मूल आवाज की पुष्टि हो जाती है तो पुलिस के पास एक खास सबूत होगा, जिसे वो कोर्ट में पेश करेगी।
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें