दस प्रमुख राज्यों में जहां भारत में कार्यरत अनौपचारिक क्षेत्र के श्रमिकों का लगभग तीन चौथाई हिस्सा है, पांच राज्यों - महाराष्ट्र, बिहार, गुजरात, मध्य प्रदेश और ओडिशा - में 2015-16 और 2022-23 के बीच अनौपचारिक रोजगार में वृद्धि दर्ज की गई। दूसरी ओर, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में इसी अवधि के दौरान अनौपचारिक क्षेत्र के श्रमिकों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई। इन पांच राज्यों में अनौपचारिक श्रमिकों का 42 प्रतिशत हिस्सा काम करता है।