भारत के पूर्व चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ का कहना है कि मंदिर को तोड़कर बाबरी मस्जिद बनाई गई थी। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि बाबरी मस्जिद को गिराना एक अपराध था। ऐसे प्रमाण नहीं मिले हैं कि बाबरी मस्जिद को मंदिर की जगह बनाया गया था सुप्रीम कोर्ट की जिस बेंच ने यह फैसला सुनाया था, उस बेंच में डीवाई चंद्रचूड़ भी थे, जबकि उस समय चीफ जस्टिस रंजन गोगोई थे, जो अब बीजेपी की मदद से सांसद बन चुके हैं।  


अयोध्या में राम मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद विवादों पर अपने विचार साझा करते हुए चंद्रचूड़ ने कहा कि इन मामलों में सुप्रीम कोर्ट के फैसले साक्ष्यों पर आधारित थे, न कि केवल विश्वास पर। न्यूजलॉन्ड्री के श्रीनिवासन जैन को दिए विशेष इंटरव्यू में उन्होंने इन ऐतिहासिक फैसलों के पीछे की प्रक्रिया और अपने व्यक्तिगत विश्वासों का जिक्र किया। जिसमें उन्होंने "भगवान से मार्गदर्शन" की बात भी कही। उनके बयानों ने न्यायिक निष्पक्षता और धार्मिक कहानियों के बीच एक जटिल बहस को जन्म दे दिया है।