लगभग 34 साल बाद आई केंद्रीय शिक्षा नीति कई मायनों में महत्वपूर्ण तो है ही, इसमें कक्षा 5 तक की पढ़ाई के बारे में जो व्यवस्था की गई है, उसे युगान्तकारी कहा जा सकता है। नई शिक्षा नीति में कहा गया है कि कक्षा 5 तक सभी स्कूलों में शिक्षा का माध्यम बच्चे की मातृ भाषा या क्षेत्रीय भाषा होगी। ज़ाहिर है, इससे अंग्रेजी का असर कम होगा।