दिल्ली में लगातार दो विधानसभा चुनाव में शून्य पर सिमटी कांग्रेस पार्टी को आगे का रास्ता समझ नहीं आ रहा है। राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी के पास स्थायी अध्यक्ष तक नहीं है। पार्टी के नेताओं के लाख मनाने के बाद भी राहुल अध्यक्ष बनने के लिये तैयार नहीं हैं और सोनिया गाँधी की लगातार अस्वस्थता के बाद सवाल यह है कि पार्टी कैसे चलेगी? दिल्ली में क़रारी हार के बाद देश भर में पार्टी कार्यकर्ताओं के मनोबल पर बुरा असर पड़ा है और पार्टी के सामने नया अध्यक्ष चुनने से लेकर बूथ स्तर तक संगठन को फिर से खड़ा करने सहित कई चुनौतियां हैं। इन्हीं चुनौतियों को लेकर अंग्रेजी अख़बार ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ ने पूर्व सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के पुत्र संदीप दीक्षित से बातचीत की है।