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प्रतीकात्मक और फाइल फोटो

इजरायल के अल्टीमेटम के बाद उत्तरी गाजा से शुरु हुआ लोगों का पलायन

इजरायल और हमास के बीच चल रही जंग में आम लोग पीस रहे हैं। इस युद्ध ने एक बड़ी मानवीय त्रासदी को जन्म दिया है। दोनों ही तरफ आम लोग बड़ी संख्या में इसके शिकार हो चुके हैं। इसमें महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल हैं। 

इस बीच इजरायल गाजा पट्टी पर भीषण हवाई हमले करने के बाद अब जमीनी सैन्य कार्रवाई की तैयारी कर रहा है। इजरायली सेना इसके लिए पूरी तरह से तैयार है और राजनैतिक नेतृत्व की हरी झंडी मिलने का इंतजार कर रही है। 

इस बीच इजरायल द्वारा शुक्रवार की सुबह उत्तरी गाजा पट्टी को 24 घंटे में खाली करने का आदेश दिया गया है। इसके बाद बड़ी संख्या में लोग गाजा के उत्तरी इलाके से पलायन कर दक्षिण की तरफ जाने लगे हैं। उनके पलायन के कई वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आये हैं। 

महज 24 घंटे का ही समय दिये जाने से इलाके के लोगों में भय और चिंता का माहौल बन गया है। इजरायल के इस आदेश पर संयुक्त राष्ट्र ने भी चिंता जताई है। उसके प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा है कि इस आदेश के विनाशकारी नतीजे होंगे, विनाशकारी नतीजे के बिना यह असंभव है। 

इतने कम समय में 11 लाख की आबादी को कहीं शिफ्ट करना आसान नहीं है। इस बेहद घनी जनसंख्या वाले इलाके में लोगों को निकालना इतना आसान नहीं है। ऐसे में अगर इजरायल जमीनी सैन्य कार्रवाई शुरु कर देता है को जान-माल का बड़ा नुकसान आमलोगों को उठाना पड़ेगा। 

एनडीटीवी की एक रिपोर्ट बताती है कि इजरायल ने गुरुवार को गाजा के लोगों को 24 घंटे के अंदर वहां से दूसरे जगह शिफ्ट हो जाने का अल्टीमेटम दिया है। इजरायली सेना ने गाजा पर आसमान से पर्चे गिराए हैं।  इसमें लिखा है, 24 घंटे में गाजा में रहने वाले फिलिस्तीनी वहां से हट जाएं. वहां रहने वाले लोग उनके दुश्मन नहीं हैं, वो केवल हमास का खात्मा करना चाहते हैं। 

रिपोर्ट कहती है कि इजरायल के इस आदेश के बाद उत्तरी गाजा के कई निवासियों ने इजरायल के संभावित जमीनी हमले से पहले दक्षिण में शिफ्ट होने के लिए अपने घर छोड़ना शुरू कर दिया है। जंग के दौरान इससे बड़ी संख्या में लोगों के हताहत होने का खतरा है। 

सोशल मीडिया पर शेयर किए गए एक वीडियो में उत्तरी गाजा के कुछ नागरिकों को कई कारों में अपना सामान ले जाते देखा जा सकता है। स्थानीय निवासी कार छत पर कपड़े और मैट्रेसेस बांधकर ले जा रहे हैं। दूसरी तरफ उत्तरी गाजा की बड़ी आबादी ने कहा है कि वे किसी भी स्थिति में गाजा को इजरायली सेना के लिए नहीं छोड़ेगे। 
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जल्द ही इजरायल कर सकता है जमीनी हमला

हमास के आतंकी हमले के बाद इजरायल कड़ी कार्रवाई करने के मूड में है। उसने हमास को खत्म करने की कसम खायी है। इसके लिए वह अब किसी भी समय उत्तरी गाजा में जमीनी हमले कर सकता है। इसके लिए इजरायल के 3 लाख रिजर्व सैनिक तैयार हैं। 
इजरायल ने गाजा पट्टी की तरफ अपने विनाशकारी टैंक तैनात कर रखे हैं। इजरायल जमीनी हमले कर हमास की जड़ों को खत्म करना चाहता है। एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक इजराइल के उत्तरी गाजा खाली करने के अल्टीमेटम पर संयुक्त राष्ट्र संघ ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। 
संयुक्त राष्ट्र  के प्रवक्ता ने कहा है कि इस इलाके में 10 लाख से ज्यादा लोग रहते हैं। ये गाजा की आधी आबादी हैं। इतनी बड़ी आबादी को इतने कम समय में वहां से हटने का आदेश देना उनकी जिंदगी से खिलवाड़ करने जैसा है।  इससे मानवीय संकट पैदा होगा। 
संयुक्त राष्ट्र संघ ने इजरायल से अपना आदेश वापस लेने की अपील की है। वहीं इजरायल के इस आदेश पर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी चिंता जाहिर की है। इसके प्रवक्ता तारिक जसारेविक ने कहा है कि गाजा में गंभीर रूप से बीमार लोग हैं। 

उन्हें शिफ्ट करने का मतलब है कि उनके बचने की थोड़ी बहुत भी जो संभावना है, वो खत्म हो जायेगी। ऐसे लोगों को किसी भी दूसरी जगह शिफ्ट करना मौत की सजा जैसा है। 
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इजरायल के लिए जमीनी सैन्य कार्रवाई करना नहीं होगा आसान 

इजराइल और हमास के बीच जारी जंग के बीच अब कहा जा रहा है कि इजरायल किसी भी वक्त गाजा में जमीनी सैन्य कार्रवाई कर सकता है। इजराइली सेना इसके लिए तैयार है लेकिन सैन्य विश्लेषक मान रहे हैं कि यह इतना भी आसान नहीं होगा। 

एनडीटीवी की एक रिपोर्ट कहती है कि 7 अक्टूबर को बड़े पैमाने पर आतंकी हमला करने वाले हमास से लड़ने के लिए इजरायली थल सेना दुनिया के सबसे घनी आबादी वाले स्थानों में से एक गाजा पट्टी में प्रवेश करने के लिए तैयार है। 

समाचार एजेंसी एएफपी की एक रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली सेना के प्रवक्ता रिचर्ड हेचट ने पत्रकारों बातचीत में कहा है कि हम यह देखने का इंतजार कर रहे हैं कि हमारा राजनीतिक नेतृत्व संभावित जमीनी घुसपैठ के बारे में क्या निर्णय लेता है। 

सैन्य विश्लेषकों का मानना है कि यदि इजरायली थल सेना गाजा पट्टी में हमलावर हेलीकॉप्टरों की हवाई सहायता के साथ घुसती है तो उसे भीषण प्रतिरोध का सामना करना पड़ सकता है। ऐसा होने पर इस समुद्र तटीय क्षेत्र की संकरी गलियों में शहरी युद्ध का एक भयंकर रूप छिड़ जाएगा। 

यहां युद्ध छिड़ता है तो एक बड़ी आबादी से इजरायली थल सेना का सामना होगा। यह चुनौतिपूर्ण इसलिए भी है कि गाजा में प्रति वर्ग किलोमीटर 5,500 लोगों की भारी आबादी है। जबकि इसकी तुलना में इजराइल में प्रति वर्ग किमी 400 लोग रहते हैं। 

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क़मर वहीद नक़वी
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