दिल्ली पुलिस ने शनिवार को एक एफआईआर दर्ज की है, जो बीजेपी के एक कार्यकर्ता की शिकायत पर आधारित है। शिकायत में बिहार कांग्रेस द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किए गए एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) जनरेटेड 'डीपफेक' वीडियो का जिक्र किया गया है। इस वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी दिवंगत मां हीराबेन की छवि को धूमिल करने का आरोप लगाया गया है।
शिकायतकर्ता संकेत गुप्ता, जो बीजेपी दिल्ली चुनाव सेल के संयोजक हैं, ने बताया कि यह वीडियो 10 सितंबर को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की बिहार इकाई के आधिकारिक एक्स हैंडल पर अपलोड किया गया था। वीडियो में प्रधानमंत्री मोदी को सपने में अपनी मां के साथ दिखाया गया है, जहां उनकी मां बिहार में चुनावी राजनीति को लेकर उनकी आलोचना करती नजर आ रही हैं। गुप्ता ने एफआईआर में आरोप लगाया कि यह वीडियो प्रधानमंत्री की छवि को धूमिल कर रहा है और कानून, नैतिकता तथा महिलाओं की गरिमा का घोर उल्लंघन है।
एफआईआर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 336 (जालसाजी), 340(2) (नकली दस्तावेज या इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड का उपयोग), 352 (शांति भंग करने की मंशा से जानबूझकर अपमान), 356(2) (मानहानि) तथा 61(2) (आपराधिक साजिश) के तहत अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ दर्ज की गई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
बीजेपी और उसके सहयोगियों ने इस वीडियो को 'शर्मनाक' बताते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने सवाल उठाया कि कांग्रेस प्रधानमंत्री मोदी को निशाना बनाने के लिए कितना नीचे गिर सकती है। दूसरी ओर, कांग्रेस के मीडिया और प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने वीडियो का बचाव किया। उन्होंने कहा, "उनकी आपत्ति क्या है? सिर्फ इसलिए कि एक मां अपने बेटे को कुछ सही करने के लिए शिक्षित कर रही है, इसमें अपमान कहां है? यह न तो मां के प्रति, जिनका हम सम्मान करते हैं, न ही बेटे के प्रति अपमानजनक है।"
कांग्रेस ने स्पष्ट किया है कि वीडियो में न तो प्रधानमंत्री या उनकी मां के प्रति कोई अपमान किया गया है और न ही इसका कोई इरादा था। यह घटना बिहार विधानसभा चुनावों के बीच राजनीतिक तनाव को और बढ़ा सकती है, जहां दोनों दल एक-दूसरे पर हमलावर रुख अपना रहे हैं। पुलिस जांच के बाद आगे की कार्रवाई तय होगी।

बीजेपी का जवाबी वीडियो

कांग्रेस के वीडियो के जवाब में बीजेपी नेताओं के एक्स हैंडल से वीडियो जारी किया गया, जिसमें कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और नेता विपक्ष राहुल गांधी को एक बार में दिखाया गया। इस आपत्तिजनक वीडियो पर जनता ने एक्स पर जबरदस्त विरोध जताया। खुद बीजेपी के कई नेताओं ने इशारों में  सोनिया वाले वीडियो पर आपत्ति जताई। बीजेपी की ओर से इससे पहले राहुल गांधी के खिलाफ उनका मज़ाक उड़ाने वाले कई वीडियो जारी किए। लेकिन कांग्रेस की ओर से उन पर एफआईआर दर्ज नहीं कराई गई। सोनिया के बार वाले वीडियो पर भी अभी तक कांग्रेस ने एफआईआर नहीं कराई है।