गजा में इजराइली हमला लगातार जारी है। इजरायल आसमान और जमीन दोनों से गजा पर हमला कर रहा है। इजरायली हमले में गजा के अब तक करीब 11 हजार से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। इसमें बड़ी संख्या औरतों और बच्चों की है। 


इस बीच अब फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इजराइल से युद्ध विराम कीअपील की है। 
बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा है कि गाजा में औरतों और बच्चों का मारना अब बंद होना चाहिए। हालांकि इस इंटरव्यू में, मैक्रों ने ये भी कहा है कि इजराइल को अपनी रक्षा करने का  भी पूरा अधिकार है।
 राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का बयान इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि वह किसी पश्चिमी देश के पहले राष्ट्रपति हैं जिन्होंने इतना खुल कर इजरायल से युद्ध विराम की अपील की है। उन्होंने गजा में औरतों और बच्चों की लगातार इजरायली हमले में हो रही मौतों पर भी चिंता जताई है। 
उनके इस बयान के साथ ही अब यह देखा जाने लगा है कि इजरायल के समर्थक माने जाने वाले पश्चिमी देश अब खुल कर इस युद्ध रोकने की बात करने लगे हैं। इससे यह माना जा रहा है कि पश्चिमी देश भी अब चाहते हैं कि यह युद्ध रोका जाये। 
दूसरी तरफ इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने  फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बयान पर आपत्ति जाहिर की है। उन्होंने कहा है कि गजा में हो रही मौतों का जिम्मेदार हम नहीं आईएसआईएस और हमास है। 


उन्होंने कहा कि दुनिया को हमारी नहीं इनकी आलोचना करनी चाहिए। नेतन्याहू ने दुनिया को चेतावनी देते हुए कहा है कि हमास ने गाजा में जो अपराध किए हैं वो पेरिस, न्यूयॉर्क समेत पूरी दुनिया में कहीं भी हो सकते हैं।

अंतरराष्ट्रीय दबाव का सामना करना पड़ा

वहीं दूसरी ओर रायटर की एक रिपोर्ट के मुताबिक गजा पर हमले को लेकर इज़रायल को अपने मुख्य सहयोगी संयुक्त राज्य अमेरिका सहित अन्य पश्चिमी देशों के बढ़ते अंतरराष्ट्रीय दबाव का सामना करना पड़ा। ऐसा इसलिए कि मरने वालों की संख्या बढ़ गई है और अस्पतालों के पास भी लड़ाई तेज हो गई है।

गजा के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, पिछले पांच हफ्तों में तटीय इलाके में बमबारी के दौरान मारे गए फिलिस्तीनियों की संख्या 11,000 से ऊपर हो गई है। रिपोर्ट कहती है कि इजरायली बलों ने हमास के आतंकवादियों के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया है। हमास ने 7 अक्टूबर को दक्षिणी इज़राइल में घातक हिंसा को अंजाम दिया था। 

नागरिकों को मारना बंद करना चाहिए 

रायटर की रिपोर्ट कहती है कि गोलीबारी में फंसे नागरिकों की दुर्दशा पर अब तक की अपनी सबसे कड़ी टिप्पणी में, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा  है कि बहुत से फिलिस्तीनी मारे गए हैं। ब्लिंकन ने इज़रायल के अभियान के लिए अमेरिकी समर्थन की पुष्टि करते हुए कहा कि गजा को अब आतंकवाद शुरू करने के लिए एक मंच के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है।   
वहीं इज़रायल ने कहा है कि हमास के आतंकवादी, जिन्होंने पिछले महीने के हमले में विभिन्न राष्ट्रीयताओं के 240 लोगों को बंधक बना रखा है, अगर युद्धविराम होता है तो वे फिर से संगठित होने के लिए संघर्ष विराम का फायदा उठाएंगे। 

इसमेंं कहा गया है कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोंं ने शुक्रवार देर रात प्रकाशित बीबीसी साक्षात्कार में कहा कि इज़रायल को गाजा पर बमबारी करना और नागरिकों को मारना बंद करना चाहिए। 
उन्होंने कहा, फ्रांस हमास की "आतंकवादी" कार्रवाइयों की "स्पष्ट रूप से निंदा करता है", वह इजरायल के अपनी रक्षा करने के अधिकार को भी मान्यता देता है। लेकिन हम इजरायल से इस बमबारी को रोकने का आग्रह करते हैं। 
वहीं इज़रायल ने कहा है कि हमास के आतंकवादी, जिन्होंने पिछले महीने के हमले में विभिन्न राष्ट्रीयताओं के 240 लोगों को बंधक बना रखा है, अगर युद्धविराम होता है तो वे फिर से संगठित होने के लिए संघर्ष विराम का फायदा उठाएंगे। 

रियाद में हो रहा है इस्लामिक देशों का सम्मेलन 

दूसरी तरफ सऊदी अरब शनिवार को रियाद में एक संयुक्त इस्लामी-अरब शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। सऊदी विदेश मंत्रालय ने कहा, आज इस्लामी देशों को एकजुट होने और एक साथ आने की आवश्यकता है। 
रायटर की रिपोर्ट में बताया गया है कि रियाद में शिखर सम्मेलन में भाग लेने से पहले, ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने कहा कि "गाजा शब्दों का क्षेत्र नहीं है। यह कार्रवाई के लिए होना चाहिए।" उन्होंने कहा, "आज इस्लामिक देशों की एकता बहुत महत्वपूर्ण है।"

ईरान गजा में मौजूद हमास और इस्लामिक जिहाद के साथ ही लेबनान में स्थित आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह का समर्थन करता है।