loader

गो फर्स्ट एयरवेज ने कर्मचारियों को ड्यूटी से हटाया

बेंगलुरू हवाईअड्डे पर 50 यात्रियों को छोड़कर उड़ जाने वाली गो फर्स्ट एयरवेज ने आज मंगलवार को अपने ग्राहकों से माफी मांगी और कहा कि जांच होने तक सभी संबंधित कर्मचारी ड्यूटी से बाहर रहेंगे। गो फर्स्ट ने कहा कि यह "अनजाने में हुई चूक के कारण हुआ। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने मंगलवार को गो फर्स्ट को कारण बताओ नोटिस भेजा, जिसमें "कई गलतियों" को उजागर किया गया, जिन्हें आसानी से टाला जा सकता था। 

गो फर्स्ट एयरवेज 50 यात्रियों को एयरपोर्ट टर्मिनल पर ही छोड़कर उड़ गई थी। डीजीसीए ने एयरलाइन से पूरे मामले में रिपोर्ट देने के लिए कहा है। 

फ्लाइट के जाने के बाद कई यात्रियों ने ट्विटर पर इस मामले की शिकायत की की थी। यात्रियों ने गो फर्स्ट एयरलाइन, नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यालय को टैग करते हुए ट्विटर पर शिकायतों में कहा कि बेंगलुरु से दिल्ली जाने वाली फ्लाइट G8 116 ने सुबह करीब 6.30 बजे उड़ान भरी, जिसने 50 से अधिक यात्री को छोड़ दिया।

ताजा ख़बरें

गो फर्स्ट एयरवेज ने ट्वीट्स का जवाब देते हुए, यात्रियों से अपनी यात्रा डिटेल साझा करने का आग्रह किया और कहा: असुविधा के लिए हमे खेद है। घटना के बाद यात्रियों को एक उड़ान में समायोजित किया गया जो चार घंटे बाद सुबह 10 बजे के आसपास गंतव्य के लिए रवाना हुई। डीजीसीए के एक अधिकारी के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि हमने एयरलाइन से रिपोर्ट मांगी है और उचित कार्रवाई की जाएगी।

फ्लाइट छूटने के बाद यात्रियों ने सोशल मीडिया पर जमकर अपना गुस्सा निकाला। एक यात्री श्रेया सिन्हा ने ट्वीट कर कहा कि ये सबसे भयानक अनुभव है। उन्होंने कहा कि यात्री सुबह 5.35 बजे विमान के लिए बस में सवार हुए लेकिन एक घंटे तक उसमें ही रहे।

श्रेया सिंह ने ट्वीट कर कहा, गो फर्स्ट एयरवेज के साथ  सबसे भयानक अनुभव है। सुबह 5:35 बजे विमान के लिए बस में चढ़े थे, अभी 6:30 बज रहे हैं, उसके बाद भी 50 से अधिक यात्री बस में ही हैं और विमान G8 116 ने 50 से ज्यादा यात्रियों को छोड़कर उड़ान भरी। लापरवाही की हद है।

देश से और खबरें

सतीश कुमार, जिनके ट्विटर बायो में "युवा भाजपा" लिखा है, ने टिकट का एक स्क्रीनशॉट शेयर किया। उन्होंने कहा, उड़ान G8 116 (BLR - DEL) ने यात्रियों को टर्मिनल पर छोड़ कर उड़ान भरी। एक बस में 50 से अधिक यात्रियों को टर्मिनल पर छोड़ दिया गया और केवल एक बस के यात्रियों को लेकर ही  साथ उड़ान भरी। उन्होंने इस ट्वीट को पीएमओ तक को टैग किया था।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें