क्या मोदी सरकार ने कोरोना पर बने वैज्ञानिकों के समूह की सिफ़ारिश को गंभीरता से नहीं लिया जिसकी भारी क़ीमत अब देश चुका रहा है? क्या सरकार को मार्च महीने में ही चेता दिया गया था कि भारत में एक ख़ास क़िस्म का कोरोना वायरस दिखायी दे रहा है जो पहले से अधिक घातक और जानलेवा साबित हो सकता हैं और सरकार को फ़ौरन ही इसे रोकने के लिये कड़े कदम उठाने चाहिये?