शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने "आई लव मुहम्मद-महादेव" विवाद को जनता का ध्यान वास्तविक मुद्दों से भटकाने की सोची-समझी साजिश करार दिया है। उन्होंने महादेव के प्रति इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करने को अपमानजनक बताते हुए सख्त नाराजगी जाहिर की।