दुबई एयर शो में भारतीय वायुसेना का तेजस लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें पायलट की मौत हो गई। हादसे के तुरंत बाद उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए गए।
भारतीय वायुसेना का स्वदेशी तेजस फाइटर जेट शुक्रवार को दुबई एयर शो में प्रदर्शन के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसमें विमान के पायलट की मौके पर ही मौत हो गई। यह घटना दोपहर लगभग 2:10 बजे स्थानीय समय पर अल मकतूम इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास हुई, जब जेट हवा में स्टंट कर रहा था। बड़ी संख्या में दर्शकों के सामने यह हादसा हुआ, जिससे अफरा-तफरी मच गई।
जेट विमान के दुर्घटना के साथ ही काले धुएं का गुबार उठने लगा और इसके बाद इमरजेंसी टीमें मौके पर पहुंचीं और आग बुझाने का काम शुरू किया। भारतीय वायुसेना ने हादसे की पुष्टि करते हुए एक कोर्ट ऑफ इंक्वायरी गठित करने की घोषणा की है, जबकि यूएई सरकार ने त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए स्थिति को नियंत्रित करने का भरोसा दिलाया।
तेजस की यह दूसरी घटना
यह दुर्घटना तेजस विमान के इतिहास में दूसरी ज्ञात घटना है, जो भारत की 'आत्मनिर्भर भारत' पहल के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। जानकारों का कहना है कि यह हादसा स्वदेशी रक्षा प्रौद्योगिकी की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर सकता है, खासकर जब हाल ही में सरकार ने 97 अतिरिक्त एलसीए तेजस Mk1A जेटों की खरीद को मंजूरी दी थी। दुबई एयर शो 17 नवंबर से अल मकतूम एयरबेस पर आयोजित हो रहा था। इसमें भारतीय वायुसेना की सूर्यकिरण एरोबेटिक टीम के साथ तेजस भी हिस्सा ले रहा था।
IAF का आधिकारिक बयान
भारतीय वायुसेना के एक प्रवक्ता ने आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा, 'आज दुबई एयर शो में हवाई प्रदर्शन के दौरान एक आईएएफ़ तेजस विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। दुर्घटना में पायलट को गंभीर चोटें आईं, जो घातक साबित हुईं। आईएएफ़ जीवन की इस क्षति पर गहन शोक व्यक्त करता है और इस दुख की घड़ी में शोकाकुल परिवार के साथ दृढ़ता से खड़ा है। दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए एक कोर्ट ऑफ इंक्वायरी गठित की जा रही है।'हादसे के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में काले धुएं का गुबार और विस्फोट की आवाज साफ दिखाई दे रही है। दर्शकों में घबराहट फैल गई और कई परिवार भागने लगे। हादसे के करीब 90 मिनट बाद हवाई प्रदर्शन फिर से शुरू हो गया और दर्शकों को प्रदर्शनी क्षेत्र में वापस भेज दिया गया।
यूएई सरकार ने क्या कहा?
संयुक्त अरब अमीरात यानी यूएई सरकार ने हादसे पर तुरंत प्रतिक्रिया दी। दुबई मीडिया ऑफिस ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, 'दुबई एयर शो के आज के उड़ान प्रदर्शन में भाग ले रहे भारत के एक तेजस फाइटर विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें पायलट की दुखद मौत हो गई।' यूएई रक्षा मंत्रालय ने कहा कि फायरफाइटिंग और इमरजेंसी टीमें मौके पर पहुंचीं और 'स्थिति को नियंत्रित करने का काम कर रही हैं।' दुबई सरकार ने एक फोटो भी साझा की, जिसमें आग बुझाने वाली टीमें मलबे पर काम करती नज़र आ रही हैं।
तेजस क्या है?
तेजस लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट यानी एलसीए भारत का पहला स्वदेशी फाइटर जेट है, जिसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड यानी एचएएल ने विकसित किया है। एचएएल की वेबसाइट के अनुसार, यह 4.5 पीढ़ी का मल्टी-रोल फाइटर है, जो आक्रामक हवाई सहायता, निकट युद्ध और जमीन पर हमले के मिशनों के लिए डिजाइन किया गया है। इसकी बहुमुखी प्रतिभा इसे जमीन और समुद्री अभियानों के लिए भी उपयुक्त बनाती है, जो इसे भारत के सबसे अनुकूलनशील स्वदेशी प्लेटफॉर्म्स में से एक बनाता है।तेजस फैमिली में वायुसेना और नौसेना के लिए सिंगल-सीट फाइटर वेरिएंट्स और प्रत्येक सेवा के लिए ट्विन-सीट ट्रेनर वर्जन शामिल हैं। सबसे उन्नत संस्करण एलसीए Mk1A में महत्वपूर्ण अपग्रेड्स हैं, जो युद्ध क्षमता को बढ़ाते हैं। इसमें AESA रडार, उन्नत इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सुइट, डिजिटल मैप जनरेटर, स्मार्ट मल्टीफंक्शन डिस्प्ले, संयुक्त इंटरोगेटर और ट्रांसपॉन्डर सिस्टम, आधुनिक रेडियो एल्टीमीटर और कई अन्य उन्नत सिस्टम शामिल हैं। यह जेट जनरल इलेक्ट्रिक इंजन से संचालित होता है और रूस तथा पूर्व सोवियत जेट्स से युक्त IAF बेड़े को आधुनिक बनाने में अहम भूमिका निभा रहा है।
आत्मनिर्भरता पर सवाल
तेजस का इतिहास चुनौतियों से भरा रहा है। 2016 से सेवा में आने के बाद यह दूसरी दुर्घटना है; पहली 2024 में राजस्थान में एक अभ्यास के दौरान हुई थी। ताज़ा हादसे के बाद राजनीतिक और रक्षा हलकों में शोक की लहर दौड़ गई। यह हादसा दुबई एयर शो के लिए भी झटका है, जो 1986 से हर दो साल में आयोजित होता है। शो में 100 से अधिक देशों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे थे और भारत का तेजस वैश्विक मंच पर स्वदेशी तकनीक का प्रतीक था। विशेषज्ञों का मानना है कि जाँच रिपोर्ट से तेजस की भविष्य की खरीद प्रभावित हो सकती है।
कोर्ट ऑफ इंक्वायरी दुर्घटना के तकनीकी, मानवीय या पर्यावरणीय कारणों की पड़ताल करेगी। आईएएफ़ ने कहा है कि यह प्रक्रिया जल्द शुरू होगी।