पिछले साल लद्दाख में चीनी घुसपैठ के बाद बीजेपी ने चीनी सामानों के बायकॉट की मुहिम चलाई थी और उसे राष्ट्रवाद से जोड़ दिया था। चीनी मोबाइल फ़ोन, टेलीविज़न, दूरसंचार उपकरण और दूसरे उपकरणों का बायकॉट की अपील की गई थी। सरकार ने कई चीनी ऐप को प्रतिबंधित कर दिया था और विदेशी प्रत्यक्ष निवेश क़ानून में संशोधन कर चीनी प्रत्यक्ष निवेश पर एक तरह से रोक लगा दी थी।