भारत ने वैश्विक आर्थिक मंच पर एक और शानदार छलांग लगाई है! नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के ताजा आंकड़ों का हवाला देते हुए घोषणा की है कि भारत अब विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। लेकिन क्या यह उपलब्धि आम आदमी के जीवन में खुशहाली ला पाई है?
विपक्षी नेताओं ने इस पर कड़े सवाल पूछे हैं। आरजेडी नेता मनोज झा ने कई सवाल खड़े किए और पूछा- क्या यह आर्थिक प्रगति वास्तव में आम आदमी तक पहुंची है? क्या यह विकास समावेशी है और क्या यह भूख, गरीबी और असमानता जैसे जमीनी मुद्दों को हल करता है?