क्या भारत-पाकिस्तान रिश्ते सबसे ख़राब दौर में हैं? क्या दोनों देश अपनी-अपनी घोषित स्थिति से थोड़ा भी नहीं हिल सकते और एक-दूसरे को थोड़ी भी रियायत नहीं दे सकते? यह सवाल अधिक महत्वपूर्ण इसलिए भी है कि बीते दिनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने एक तीसरे देश में एक ही टेबल पर खाना खाया, लेकिन उनके बीच दुआ-सलाम तक नहीं हुई। उनके बीच तीन कुर्सियों का फ़ासला था। उसी जगह एक कॉन्सर्ट में दोनों एक ही लाइन में लगी कुर्सियों पर बैठे रहे, किसी ने किसी से हाल चाल तक नहीं पूछा। दोनों के बीच सात कुर्सियों का फ़ासला था।