loader

क्या 'इंडिया' हरा पाएगा एनडीए को? जानिए सर्वे के नतीजे

क्या विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' लोकसभा चुनाव में बीजेपी वाले एनडीए गठबंधन को चुनौती दे पाएगा? इसी सवाल को ध्यान में रखते हुए एक सर्वे किया गया है। इसमें दावा किया गया है कि यदि आज संसदीय चुनाव होते हैं तो एनडीए 306 सीटों पर जीत के साथ सत्ता बरकरार रखेगा। इंडिया टुडे-सीवोटर ने मूड ऑफ द नेशन पोल किया है।

इस सर्वेक्षण से पता चला कि एनडीए के 306 सीटों की अपेक्षा विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' को 193 सीटें मिलने का अनुमान है। अन्य राजनीतिक दलों को 44 सीटें मिल सकती हैं। 2019 के चुनाव में एनडीए ने 357 सीटें जीती थी। वैसे, जनवरी में आए मूड ऑफ़ द नेशन पोल में विपक्षी दलों को 153 सीटें मिलती हुई दिखी थी, जबकि 'इंडिया' गठबंधन के बाद ये सीटें बढ़कर 193 हो गई हैं।

india today cvoter mood of the nation opposition alliance india vs nda - Satya Hindi

इस सर्वे में वोट प्रतिशत का आँकड़ा भी दिया गया है। ताज़ा सर्वे के अनुसार अभी चुनाव हुए तो एनडीए को 43 फीसदी वोट मिलेंगे जबकि 'इंडिया' गठबंधन को 41 फ़ीसदी। 

सर्वे के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी के 287 सीटें जीतने का अनुमान है जो कि सामान्य बहुमत 272 से 15 अधिक है। इस सर्वे में कांग्रेस के 74 सीटें जीतने का अनुमान बताया गया है।

ताज़ा ख़बरें
इस सर्वे के लिए सभी राज्यों में कुल 25,951 लोगों का साक्षात्कार लिया गया। नियमित ट्रैकर डेटा से अतिरिक्त 1,34,487 साक्षात्कारों का विश्लेषण किया गया। इस तरह कुल नमूना आकार 1,60,438 हो गया। साक्षात्कार 15 जुलाई से 14 अगस्त के बीच लिए गए थे।
इंडिया टुडे-सीवोटर मूड ऑफ द नेशन पोल के अधिकांश उत्तरदाताओं के अनुसार विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' बीजेपी को हराने में सक्षम नहीं होगा। सर्वेक्षण से पता चला कि 54 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने सोचा कि 'इंडिया' भाजपा को हरा नहीं पाएगा, जबकि 33 प्रतिशत ने कहा कि हरा पाएगा। बाक़ी लोग तय नहीं कर पाए कि हरा पाएगा या नहीं।
देश से और ख़बरें

सर्वे में पूछा गया कि क्या गठबंधन का नया नाम 'इंडिया' बदलने से गठबंधन को वोट मिलेंगे? इस सवाल के जवाब में 39 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने सकारात्मक जवाब दिया जबकि 30 प्रतिशत ने असहमति जताई। अन्य 18 प्रतिशत ने कहा कि नया नाम 'इंडिया' न तो वोट दिलाएगा और न ही यह कोई आकर्षक नाम है। बाकी लोग इस बात पर अनिर्णीत थे कि नामों में बदलाव का चुनावों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

जब पूछा गया कि 'इंडिया' गठबंधन का नेतृत्व करने के लिए सबसे उपयुक्त कौन है तो 24 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी का नाम लिया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके दिल्ली समकक्ष अरविंद केजरीवाल 15-15 प्रतिशत के साथ बराबरी पर थे।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें