कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे
खड़गे ने इसी बढ़ोतरी पर सवाल उठाया है। क्योंकि मतदान वाले दिन आयोग ने शाम 7 बजे तक का जो डेटा दिया था, उसमें मतदान प्रतिशत कुछ और था। खड़गे ने पत्र में लिखा है- “हम आयोग से पूछते हैं - पहले चरण के लिए, मतदान की समाप्ति की तारीख (19 अप्रैल शाम 7 बजे) से लेकर मतदान डेटा के देरी (30 अप्रैल) से जारी होने तक अंतिम मतदान प्रतिशत में ~5.5% की वृद्धि क्यों हुई है? दूसरे चरण के लिए, मतदान समाप्त होने की तारीख (26 अप्रैल शाम 7 बजे) से डेटा जारी होने में देरी (30 अप्रैल) तक अंतिम मतदान में लगभग 5.74% से अधिक की वृद्धि हुई है?" खड़गे ने इन आंकड़ों पर हैरानी जताई।
कांग्रेस अध्यक्ष ने आगाह किया है कि “इंडिया (INDIA) गठबंधन के रूप में, लोकतंत्र की रक्षा करना और चुनाव आयोग की स्वतंत्र कार्यप्रणाली की रक्षा करना हमारा सामूहिक प्रयास होना चाहिए। उपरोक्त सभी तथ्य हमें एक सवाल पूछने के लिए मजबूर करते हैं - क्या यह अंतिम परिणामों को गलत साबित करने का प्रयास है? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी पहले दो चरणों में मतदान के रुझान और उनकी घटती चुनावी किस्मत से 'स्पष्ट रूप से घबराए हुए' और 'निराश' हैं।“ ''