जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर में रविवार को मचे तांडव की एक बेहद अहम बात यह है कि इस हमले में मुसलमान और वामपंथी रुझान वाले छात्र-छात्राओं को चुन-चुन कर मारा गया, हॉस्टल के उनके कमरों में घुस कर तोड़फोड़ की गई, लड़कियों तक को नहीं बख़्शा गया।