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टेनी की बर्खास्तगी की मांग को लेकर फिर हंगामा, लोकसभा स्थगित

केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी की मांग को लेकर शुक्रवार को भी लोकसभा में जोरदार हंगामा हुआ और इस वजह से सदन की कार्यवाही को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। 

इस मामले में जांच के लिए बनी एसआईटी की रिपोर्ट आने के बाद विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गया है। एसआईटी ने कहा है कि यह घटना किसानों की हत्या करने की सोची-समझी साजिश थी। 

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी समेत पार्टी के कई सांसदों ने अजय मिश्रा टेनी को कैबिनेट से बर्खास्त किए जाने की मांग को दोनों सदनों में जोर-शोर से उठाया है। 

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उधर, राज्यसभा में सभापति वेंकैया नायडू ने अपील की कि सभी सदस्य कोशिश करें कि सदन का काम शांतिपूर्ण ढंग से चले। इसके बाद सदन को दिन भर के लिए स्थगित कर दिया गया। शीतकालीन सत्र शुरू होने के बाद से ही विपक्षी सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर राज्यसभा में लगातार हंगामा हो रहा है। 

इस्तीफ़े की मांग

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के अलावा शिव सेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, एआईएमआईएम सांसद असदउद्दीन ओवैसी सहित कई नेताओं ने टेनी के इस्तीफ़े की मांग की है। लेकिन विपक्ष भले ही जोर-शोर से टेनी के इस्तीफ़े की मांग कर रहा हो लेकिन केंद्र सरकार और बीजेपी इसके लिए शायद तैयार नहीं दिखती।

टेनी के बारे में बताया गया है कि आने वाले दिनों में बतौर मंत्री उनके कार्यक्रम लगे हुए हैं। 

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ज्ञान न दें लोग: नक़वी

इस मामले में केंद्रीय मंत्री मुख़्तार अब्बास नक़वी ने कहा है कि क़ानून अपना काम कर रहा है और लोगों को अपना ज्ञान नहीं देना चाहिए। 

एनडीटीवी के मुताबिक़, बीजेपी के बड़े नेता टेनी के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने के पक्ष में नहीं हैं। केंद्रीय मंत्रियों और बीजेपी नेताओं का कहना है कि लखीमपुर खीरी मामला कोर्ट में विचाराधीन है और एसआईटी को अभी इस मामले में अपनी फ़ाइनल रिपोर्ट जमा करनी है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा है कि टेनी को पत्रकारों से बात करते वक़्त संयम रखना चाहिए था और बदसलूकी किया जाना ग़लत है। 

सरकार का यह मत है कि बेटे की ग़लती की सजा उसके पिता को नहीं दी जा सकती। 

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क़मर वहीद नक़वी
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