लोकपाल ने बुधवार को सेबी की पूर्व चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच को हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट पर आधारित भ्रष्टाचार और हितों के टकराव के आरोपों से क्लीन चिट दे दी है। लोकपाल ने अपनी जांच में पाया कि इन आरोपों का कोई ठोस सबूत नहीं है और आरोपों को अनुमानों और कल्पनाओं पर आधारित बताते हुए सभी शिकायतों को खारिज कर दिया।
अमेरिका की एजेंसी हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपनी एक रिपोर्ट में माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच पर अडानी समूह से जुड़े मामलों में अनुचित लाभ और हितों के टकराव के आरोप लगाए थे। इन आरोपों में दावा किया गया था कि सेबी चेयरपर्सन के रूप में बुच ने कुछ कंपनियों के पक्ष में निर्णय लिए, जिनसे उन्हें कथित तौर पर परामर्श शुल्क के रूप में लाभ हुआ। टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा सहित कई लोगों ने इस मामले में लोकपाल के समक्ष शिकायत दर्ज की थी।