पिछले 11 महीनों से भारत का पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर हिंसा से झुलस रहा है। भाजपा शासित इस राज्य में दो समुदाय मैतेई और कुकी जो आदिवासी देश में सबसे लंबे समय तक चलने वाली जातीय संघर्ष में उलझे हुए हैं। इस संघर्ष में अभी तक 219 लोग मारे गए, 1,100 घायल हुए और 60,000 लोग बेघर हुए। दोनों समुदायों के सशस्त्र ग्रुप हैं। दोनों समुदायों से पुरुषों और किशोरों को भर्ती किया गया है। अभी शनिवार (13 अप्रैल) को कांगपोकपी जिले में दो कुकी-ज़ो "ग्राम स्वयंसेवकों" की हत्या कर दी गई और उनके शवों को कथित तौर पर क्षत-विक्षत कर दिया गया। आदिवासी कुकी संगठनों ने हत्याओं के पीछे "मैतेई उग्रवादियों" का हाथ होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ये हत्याएं सैन्य बलों की मदद से की गईं। यह आरोप बहुत बड़ा है।