पिछले 11 महीनों से भारत का पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर हिंसा से झुलस रहा है। भाजपा शासित इस राज्य में दो समुदाय मैतेई और कुकी जो आदिवासी देश में सबसे लंबे समय तक चलने वाली जातीय संघर्ष में उलझे हुए हैं। इस संघर्ष में अभी तक 219 लोग मारे गए, 1,100 घायल हुए और 60,000 लोग बेघर हुए। दोनों समुदायों के सशस्त्र ग्रुप हैं। दोनों समुदायों से पुरुषों और किशोरों को भर्ती किया गया है। अभी शनिवार (13 अप्रैल) को कांगपोकपी जिले में दो कुकी-ज़ो "ग्राम स्वयंसेवकों" की हत्या कर दी गई और उनके शवों को कथित तौर पर क्षत-विक्षत कर दिया गया। आदिवासी कुकी संगठनों ने हत्याओं के पीछे "मैतेई उग्रवादियों" का हाथ होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ये हत्याएं सैन्य बलों की मदद से की गईं। यह आरोप बहुत बड़ा है।
मणिपुरः असम राइफल्स की रिपोर्ट- भाजपा शासित राज्य के सीएम ने भड़काई हिंसा
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- 29 Mar, 2025
भाजपा देश को तोड़ने के एजेंडे पर काम कर रही है- यह आरोप कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल आए दिन लगाते रहते हैं। लेकिन क्या आप यकीन करेंगे कि देश के जाने-माने सुरक्षा बल असम राइफल्स ने अपनी रिपोर्ट में क्या कहा है। उसने कहा है कि मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह ने राज्य में मैतेई-कुकी आदिवासियों के बीच में हिंसा भड़काई है। रिपोर्ट्स कलेक्टिव ने अपनी खोजपूर्ण पत्रकारिता के जरिए इस रिपोर्ट को सार्वजनिक कर दिया है। अल जजीरा ने सोमवार 15 अप्रैल को इसका प्रकाशन किया है। पढ़िए पूरी रिपोर्टः

मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह