बीजेपी पर शिक्षा के भगवाकरण करने की कोशिशों के आरोप तो पहले भी लगते रहे हैं, लेकिन सरकार और उसकी एजंसियों ने इस मामले में अब ज़मीनी स्तर पर महत्वपूर्ण कदम उठाना शुरू किया है।
इसकी शुरुआत इतिहास के साथ छेड़छाड़ से होगी, जिसे सरकार के लोग 'नए तथ्यों के परिप्रेक्ष्य में फिर से इतिहास लिखना' कह रहे हैं।
फिर से लिखा जाएगा इतिहास, हार की जगह प्रतिरोध पर होंगे अध्याय
- देश
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- 14 Oct, 2021
नेशनल बुक ट्रस्ट का कहना है कि वह नए तथ्यों के आधार पर इतिहास फिर से लिखेगा और हार की जगह संघर्ष के बारे में बताया जाएगा।

'नए तथ्यों के परिप्रेक्ष्य में फिर से इतिहास लिखने' की यह थ्योरी नेशनल बुक ट्रस्ट के अध्यक्ष गोविंद प्रसाद शर्मा की है। उनका कहना है कि इतिहास की किताबों में हार पर बहुत कुछ लिखा गया है, लिहाज़ा, अब हार के बजाय राजाओं के संघर्ष और उनके लड़ने की क्षमता पर अध्याय इतिहास की पाठ्य पुस्तकों में शामिल किया जाना चाहिए।
वे इसका उदाहरण देते हुए कहते हैं कि महाराणा प्रताप ने जिस बहादुरी से लड़ाई लड़ी, उसके बारे में बताया जाना चाहिए।
वे इसका उदाहरण देते हुए कहते हैं कि महाराणा प्रताप ने जिस बहादुरी से लड़ाई लड़ी, उसके बारे में बताया जाना चाहिए।